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जज्बे के साथ बुराइयों को दूर करना और अच्छा नागरिक बनना भी जिहाद : दिग्विजय सिंह

मध्य प्रदेश के इंदौर में लव जिहाद विवाद के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इंदौर में सीतला माता बाजार के सराफा थाने का दौरा किया

जज्बे के साथ बुराइयों को दूर करना और अच्छा नागरिक बनना भी जिहाद : दिग्विजय सिंह
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दिग्विजय सिंह बोले- अच्छा नागरिक बनना भी जिहाद है, नफरत फैलाना धर्म नहीं

  • इंदौर में लव जिहाद विवाद पर दिग्विजय सिंह की तीखी प्रतिक्रिया
  • जिहाद का सही अर्थ समझिए, भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप: दिग्विजय सिंह
  • दिग्विजय सिंह का बयान- धर्म के नाम पर भेदभाव संविधान के खिलाफ

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में लव जिहाद विवाद के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शनिवार को इंदौर में सीतला माता बाजार के सराफा थाने का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि जिहाद का सही अर्थ समझा जाए।

दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "जिहाद का अर्थ पहले आप लोग समझ लीजिए। मुसलमानों के खिलाफ कुछ भी बोलना हो तो उसे जिहादी बोल दिया जाता है। जिहाद वह शब्द है जो जज्बे के साथ हो, प्रेरणा के साथ अपनी बुराइयों को दूर करे, अपने आप को अच्छा नागरिक बनाए, उसको भी जिहाद बोलते हैं।"

उन्होंने भाजपा पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, "देश में नफरत फैलाकर जिस प्रकार से धर्म के ठेकेदार इस देश में धर्म को बेच रहे हैं, अब नया चलन 'आई लव मोहम्मद' आ गया। इसमें भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। मैं हिंदू हूं, 'आई लव राम,' 'आई लव कृष्ण,' 'आई लव विष्णु।' हमारे बौद्ध भाई 'आई लव गौतम बुद्ध' और 'जय भीम' कहते हैं। जैन 'आई लव महावीर' बोलते हैं, लेकिन इन्हें भी आज कम्युनलाइजेशन कर दिया गया है।"

उन्होंने कहा कि सबसे पहले हम भारतीय हैं और फिर किसी धर्म के हैं। इस मानसिकता को जब तक नहीं समझेंगे, भारतीय संविधान को नहीं समझ पाएंगे। जिस प्रकार से वर्गों के साथ अन्याय किया जा रहा है, यह संवैधानिक कानून के खिलाफ है।

कांग्रेस नेता का का यह बयान इंदौर में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बीच आया है। हाल ही में भाजपा विधायक मालिनी गौर के बेटे अकलव्य सिंह गौर ने सीतला माता बाजार के व्यापारियों को निर्देश दिया था कि 'लव जिहाद' के नाम पर मुस्लिम सेल्समैनों को नौकरी से निकाल दें। 25 सितंबर तक ऐसा न करने पर दुकानों का बहिष्कार करने की धमकी दी गई।

दिग्विजय सिंह ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुस्लिम युवाओं को नौकरी से निकालने का आदेश कौन देता है? यह किस तरह की सरकार है?"


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