ठंड के चपेट में मध्यप्रदेश दो दिन में आठ डिग्री गिरा पारा
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिक के अनुसार लगातर उत्तर की ओर से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते पूरा प्रदेश ठंड से ठिठुर रहा है

भोपाल । मौसम में आए अप्रत्याशित बदलाव के चलते मध्यप्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड़ के चपेट में है। ठंड़ का सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल में देखा गया, जहां पिछले दो दिन में रात का पारा लगभग आठ डिग्री तक लुटककर पांच डिग्री के आसपास पहुंच गया, जाे पिछले दस वर्षो में सबसे कम तापमान रहा।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिक के अनुसार लगातर उत्तर की ओर से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते पूरा प्रदेश ठंड से ठिठुर रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल, उज्जैन, होशंगाबाद और इंदौर में रहा, जहां पिछले दो दिनों में पारा में अप्रत्याशितरूप से गिरावट हुई है। भोपाल में पिछले चौबीस घंटे के दौरान चार डिग्री तथा 48 घंटों के दौरान लगभग आठ डिग्री तक पारा लुढक गया, जिसके चलते पूरी राजधानी ठंड़ की गिरफ्त में है।
माना जा रहा है कि यह बदलाव हवा में नमी की कमी और पश्चिमी विझोभ के पास हो जाने की वजह से हुआ है। वहीं बैतूल प्रदेश का सबसे ठंड नगर रहा, जहां न्यूनतम तापमान दो डिग्री पर पहुंच गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बैतूल में कुछ स्थानों पर पाला भी पड़ने की संभावना हैं, लेकिन अभी इसकी जानकारी नहीं आयी है। इसके अलावा खजुराहो और उमरिया में कड़ाके की ठंड़ की चपेट में हैं, जहां पारा तीन-तीन डिग्री रिकार्ड किया गया।
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आगामी कुछ दिनों तक ठंड़ के तेवर में कमी दिखती नजर नहीं आ रही। दिन के साथ रात का पारा फिलहाल इसी तरह से बना रहेगा। हालांकि माना जा रहा है कि नए वर्ष में एक बार फिर पारा उछलेगा, जिससे ठंड़ से राहत की उम्मीद लगाई जा सकती है।
राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर के चलते पारा में जबर्दस्त गिरावट का दौर जारी है। यहां पिछले चौबीस घंटे में चार तथा 48 घंटे में लगभग आठ डिग्री तक पारा गिर गया। राजधानी में गुरूवार की रात सबसे ठंडी रही। यहां रात का पारा 4़ 9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो पिछले दस वर्षो में सबसे कम तापमान रहा। ठंड के चलते यहां आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोग ठंड़ से ठिठुर रहे हैं।


