मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग कल राजगढ़ में करेगा सुनवाई
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग कल राजगढ में मानवाधिकार हनन की घटनाओं की सुनवाई कर प्रकरणाें के निराकरण का प्रयास करेगा

भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग कल राजगढ में मानवाधिकार हनन की घटनाओं की सुनवाई कर प्रकरणाें के निराकरण का प्रयास करेगा।
आयोग द्वारा आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार कल कलेक्टर कार्यालय के सभागृह में सुनवाई की जायेगी। सुनवाई के दौरान आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन, आयोग के सदस्यद्वय मनोहर ममतानी और सरबजीत सिंह भी मौजूद रहेंगे। आयोग द्वारा जिले के चिन्हित प्रकरणों में आवेदक सहित संबंधित अधिकारियों को सूचना पत्र भेजे जा रहे हैं, ताकि सुचारू रूप से प्रभावी कार्यवाही हो सके।
जिला मुख्यालय पर होने वाली इस सुनवाई में जिले का कोई भी मानवाधिकार हनन से पीडित व्यक्ति नवीन आवेदन भी दे सकेगा।
इसके अलावा आयोग ने 12 नवम्बर, 2017 को बैतूल के एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर से लिया है। खबर के मुताबिक बैतूल जिले के मुलताई में नसबंदी शिविर में महिलाओं को सुबह 11 बजे अस्पताल बुलाने और शाम 5 बजे तक डाॅक्टर के न आने के कारण शाम 6 बजे के बाद आॅपरेशन शुरू होने से महिलाओं को रात 9 बजे तक ठंड में ठिठुरने का लेख किया गया था। मामले में आयोग ने सीएमएचओ से प्रतिवेदन मांगा है।
वहीं आयोग ने खरगोन जिले की महेश्वर तहसील क्षेत्र के पिपल्याबुर्जुग प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में ताला लगा होने के कारण प्रसूता ने अस्पताल के दरवाजे पर नवजात को जन्म देने के मामले में संज्ञान लिया है। इसके अलावा आयोग ने कमलाराजा अस्पताल ग्वालियर में नर्सेस की लापरवाही के कारण प्रसूता की मौत हो जाने के मामले में संज्ञान लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।
आयोग ने ग्वालियर में प्रकाशित एक खबर प्रदेश में तीन माह में 434 गर्भवती महिलाओं की मौत होने एवं इनमें से 385 की मौत का कारण अज्ञात होने के मामले में संज्ञान लिया है। आयोग ने इस संबंध में प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, भोपाल एवं संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं, भोपाल से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।


