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आर्थिक विकास के मामले में मध्यप्रदेश ने रिकार्ड प्रगति की : विष्णुदत्त

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश आर्थिक विकास के मामले में रिकार्ड प्रगति की है

आर्थिक विकास के मामले में मध्यप्रदेश ने रिकार्ड प्रगति की : विष्णुदत्त
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भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश आर्थिक विकास के मामले में रिकार्ड प्रगति की है। शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसी भी राज्य की प्रगति और आर्थिक स्थिति वहां की प्रति व्यक्ति आय से पता चलती है।

2001-02 में जब कांग्रेस का शासन था, तब प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय मात्र 11,718 रूपए थी जो बढकर 2011-12 में 38,497 रूपए हो गयी। आज विधानसभा में पेश हुए आर्थिक सर्वेक्षण बताता है कि 2022-23 में अनुमानित प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 40 हजार 583 रुपए होगी। आगामी समय में मध्यप्रदेश विकसित राज्य से स्वर्णिम राज्य बनेगा, इस ओर हम अग्रसर है। जिसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को बधाई देता हूं।

श्री शर्मा ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में उच्चतर आर्थिक विकास, बेहतर वित्तीय प्रबंधन और समाज में उसके प्रभाव के परिणामों का आंकलन किया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण में जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार मध्यप्रदेश आर्थिक विकास के मामले में ओर मजबूत हुआ है।

उन्होंने कहा कि 2021-22 में जो आर्थिक वृद्धि दर 18.02 प्रतिशत थी जो कि कोविड के बाद बांउस बैक हुई थी, वह अग्रिम अनुमान के अनुसार 2022-23 में 16.45 प्रतिशत है। यह प्रदेश सरकार की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2022 23 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 13,22,821 करोड रुपए अनुमानित है, जो कि कांग्रेस सरकार के समय 2001-02 में 71,594 करोड रुपए था। सकल घरेलू उत्पाद में तब से लेकर अब 2022-23 में 18 गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है। उन्होने कहा कि भाजपा सरकार पर कांग्रेस कर्ज लेने का जो आरोप लगाती है, उस कांग्रेस को यह जरूर देखना चाहिए कि वर्ष 2005 में ऋण जीएसडीपी अनुपात 39.5 प्रतिशत था। लेकिन कोविड महामारी के दो वर्ष बाद भी 2020-21 में 22.6 प्रतिशत रहा। उन्होने कहा कि राज्य सरकार का पिछले साल पूंजीगत व्यय 37 हजार 89 करोड़ था, सरकार ने इसे 23.18 प्रतिशत बढा़कर 45 हजार 685 करोड रुपए किया है। मध्य प्रदेश के इतिहास में अभी तक का यह सर्वाधिक पूंजीगत व्यय है। जो ऐतिहासिक है। आगामी बजट में इसका असर दिखाई देगा।


श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के पहले चरण के अंतर्गत रिकॉर्ड स्तर पर मध्य प्रदेश एक नंबर राज्य बना है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 5.25 लाख शहरी वेंडरों को 521 करोड रूपए से अधिक का ऋण वितरित किया गया है। यह दर्शाता है कि सामान्य और छोटे तबके के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार देश में अग्रणी बनी है।

उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास दर 2001-02 में माइनस 0.61 प्रतिशत था, जो वर्ष 2022-23 में 24 प्रतिशत है। यह भाजपा सरकार के प्रयासों को दर्शाता है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में 2001-02 में कृषि विकास दर 3 प्रतिशत थी।

मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी की सरकार के प्रयासों से और मध्यप्रदेश के किसानों की मेहनत से आज मध्यप्रदेश की विकास दर 19 प्रतिशत हो चुकी है। यह देश के इतिहास में एक बड़ा रिकार्ड बना है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 2013-14 में 174.8 लाख टन गेहूं का उत्पादन होता था जो 2022-23 में अनुमानित 352.7 लाख दर्शाया गया है। गेहूं के निर्यात में भी मध्यप्रदेश की भागीदारी 46 प्रतिशत है, जो कि देश में प्रथम है। आज पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों से मध्यप्रदेश कहीं आगे निकल चुका है।


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