मध्यप्रदेश :आयोग ने लिया आधा दर्जन मामलों में संज्ञान
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मानवाधिकार हनन के आधा दर्जन मामले में संज्ञान लेते हुए संबधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया है

भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मानवाधिकार हनन के आधा दर्जन मामले में संज्ञान लेते हुए संबधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया है।
आयोग द्वारा आज यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिला सिवनी के कस्तूरबा कन्या आश्रम के छात्रावास से बत्तीस छात्राओं की गुमशुदगी के मामले में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से तथ्यात्मक प्रतिवेदन मंगाया है।
मंदसौर जिला चिकित्सालय में उपचार के अभाव में बालक की मौत पर पुलिस अधीक्षक मन्दसौर से प्रतिवेदन मांगा है।
जिला छतरपुर के पहाड़गांव निवासी नथुआ अहिरवार की अस्पताल में कोई भी डाॅक्टर नहीं मिलने के कारण हुई मौत पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जवाब मांगा है।
इसी प्रकार बालाघाट निवासी एवं जबलपुर में अध्ययनरत छात्रा के साथ बलात्कार की घटना के एक माह बाद केस दर्ज होने पर स्वतः संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक से प्रतिवेदन तलब किये जाने के साथ ही छतरपुर में नाबालिग बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या किये जाने के मामले में पुलिस अधीक्षक से प्रतिवेदन मागा है।
पन्ना जिले में पदस्थ सिपाही राजेश राठौर द्वारा पुलिस अधीक्षक की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या का प्रयास करने की घटना पर संज्ञान पुलिस महानिरीक्षक सागर से प्रतिवेदन मांगा है।
इसी तरह आयोग ने मंडीदीप के मार्डन प्रायवेट स्कूल के प्रबंधन द्वारा स्कूल भवन के बाहर छात्रों को मुर्गा बनाये जाने की घटना पर जिला शिक्षा अधिकारी रायसेन से प्रतिवेदन तलब करने के साथ ही सिवनी मालवा जेल में बंदी द्वारा फिनायल पीकर आत्महत्या करने की घटना पर पुलिस उप महानिरीक्षक, जेल मुख्यालय से प्रतिवेदन तलब किया है।


