मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फैसले का सभी सम्मान करें
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस फैसले का सभी मिलजुलकर सम्मान और आदर करें।

भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस फैसले का सभी मिलजुलकर सम्मान और आदर करें।
अयोध्या मामले पर फ़ैसला आ चुका है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 9, 2019
एक बार फिर आपसे अपील करता हुँ कि सर्वोच्च न्यायालय के इस फ़ैसले का हम सभी मिलजुलकर सम्मान व आदर करे।
किसी प्रकार के उत्साह ,जश्न व विरोध का हिस्सा ना बने।
अफ़वाहों से सावधान व सजग रहे।किसी भी प्रकार के बहकावे में ना आवे।
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कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा है 'अयोध्या मामले पर फैसला आ चुका है। एक बार फिर आपसे अपील करता हूं कि सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले का हम सभी मिलजुकर सम्मान व आदर करें।
प्रदेश की गंगा-जमुनी की संस्कृति के अनुरूप हम सभी को अपना भाईचारा क़ायम रखते हुए हमारा आपसी सोहाद्र व सद्भाव क़ायम रखना है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 8, 2019
किसी भी प्रकार की अफ़वाहो से सावधान व सजग रहे।
क़ानून व्यवस्था के पालन में सभी सहयोग करे।
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किसी प्रकार के उत्साह, जश्न व विरोध का हिस्सा ना बनें। अफ़वाहों से सावधान व सजग रहे। किसी भी प्रकार के बहकावे में ना आवें।'
अयोध्या मामले पर आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के मद्देनज़र मैं प्रदेश की जनता से अमन-चैन,शांति व सद्भावना की अपील करता हुँ।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 8, 2019
हर वर्ग से अपील करता हुँ कि जो भी फ़ैसला आये, सभी मिलजुलकर उसका सम्मान व आदर करे।
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कमलनाथ ने लिखा है 'आपसी भाईचारा, संयम, अमन-चैन, शांति, सद्भाव व सौहार्द्र बनाये रखने में पूर्ण सहयोग प्रदान करें। सरकार प्रदेश के हर नागरिक के साथ खड़ी है। क़ानून व्यवस्था व अमन-चैन से खिलवाड़ करने वाले किसी भी तत्व को बख़्शा नहीं जावेगा। पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन को ऐसे तत्वों पर सख़्ती से कार्यवाही के निर्देश पूर्व से ही दिये जा चुके हैं।'
मुख्यमंत्री ने लिखा है 'यह प्रदेश हमारा है, हम सभी का है, कुछ भी हो, हमारा प्रेम, हमारी मोहब्बत, हमारा भाईचारा , हमारा आपसी सौहार्द्र ख़राब ना हो, यह हम सभी की ज़िम्मेदारी है। आज आवश्यकता है अमन व मोहब्बत के पैग़ाम को सभी तक फैलायें, नफ़रत व वैमनस्य को परास्त करें।'


