मैक्रोंं ने फोन पर बातचीत के लिए ‘प्रिय मित्र’ मोदी को दिया धन्यवाद
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फोन पर बातचीत के लिए ‘प्रिय मित्र’ मोदी को धन्यवाद कहा, जिसके दौरान दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की स्थिति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग पर चर्चा की

नई दिल्ली/पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार को फोन पर बातचीत के लिए ‘प्रिय मित्र’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा, जिसके दौरान दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की स्थिति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग पर चर्चा की।
श्री मैक्रों ने श्री मोदी को धन्यवाद देते हुए हिंदी में ट्वीट किया, “नमस्ते, प्रिय साथी, प्रिय मित्र।” उन्होंने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी के महत्व की पुष्टि करने के लिए श्री मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि भारत और फ्रांस हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सहयोग और साझा मूल्यों का क्षेत्र बनाने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, “हमारी सामरिक साझेदारी के महत्व की पुष्टि करने के लिए धन्यवाद। भारत और फ्रांस भारत-प्रशांत को सहयोग और साझा मूल्यों का क्षेत्र बनाने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं। हम इस पर काम करना जारी रखेंगे।”
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि उन्होंने अपने मित्र श्री मैक्रों के साथ बात की थी और कहा था कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) सहित फ्रांस के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को बहुत महत्व देता है।
उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान की स्थिति पर ‘मेरे मित्र’ राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के साथ बात की। हमने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत और फ्रांस के बीच घनिष्ठ सहयोग पर भी चर्चा की। हम यूएनएससी सहित फ्रांस के साथ अपनी सामरिक साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं।”
ऑकस के गठन से नाराज श्री मैक्रों ने आज श्री मोदी को टेलीफोन किया था और एक खुले, स्वतंत्र एवं समावेशी हिन्द प्रशांत क्षेत्र के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जतायी। मोदी-मैक्रों टेलीफोन वार्ता के बारे में पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति भवन ऐलिसी पैलेस की ओर से जारी एक बयान में यह भी कहा गया है कि राष्ट्रपति मैक्रों ने कोविड के टीकाकरण को लेकर अंतराष्ट्रीय पहल ‘काेवैक्स’ के लिए वैक्सीन की आपूर्ति फिर शुरू करने के भारत के निर्णय का स्वागत किया है।
श्री मोदी और श्री मैक्रों के बीच यह बातचीत ऐसे समय हुई है जब श्री मोदी अगले दिन अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं और वहां उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और जापान एवं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों से बातचीत होगी।
गौरतलब है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन के नये त्रिपक्षीय सुरक्षा गठजोड़ (ऑकस) के गठन से नाराज हैं तथा इसकी वजह से फ्रांस के इन तीनों देशों के साथ संबंध कमजोर हुए हैं। इस गठजोड़ के बाद ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस का पनडुब्बी सौदा रद्द कर दिया है जिसके कारण दोनों देशों के बीच खटास बढ़ गयी है।


