कुपोषित बच्चों को पैकेटबंद पोषाहार उपलब्ध कराएं : योगी
लखनऊ ! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाल विकास एवं पुष्टाहार सेवा के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों को दिए जा रहे पोषाहार को सीलबन्द पैकेट में उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।

लखनऊ ! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाल विकास एवं पुष्टाहार सेवा के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों को दिए जा रहे पोषाहार को सीलबन्द पैकेट में उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। पैकेटबंद पोषाहार का उपयोग पानी, दूध अथवा जूस के साथ तुरन्त किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश मंगलवार को यहां शास्त्री भवन में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी के साथ एक बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा, "प्राय: देखा गया है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नि:शुल्क वितरित होने वाला बच्चों का पोषाहार गलत तरीके से बाजार में बेच दिया जाता है।"
योगी ने कहा कि इन पैकेटों पर 'नॉट फॉर सेल' लिखा रहेगा, जिससे इस पोषाहार को बाजार में न बेचा जा सके।
योगी ने केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया कि पीलीभीत में 15 साल से बन्द चीनी मिल को पीपीपी मोड पर संचालित किया जाएगा। इस सम्बन्ध मंे शीघ्र ही सभी जरूरी कार्यवाहियां पूरी कर ली जाएंगी।
मेनका गांधी ने प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।
योगी ने कहा, "बूचड़खानों पर रोक के मामले में सर्वोच्च न्यायालय एवं एनजीटी के दिशा-निदेर्शो का पालन किया जा रहा है। जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्वयं बूचड़खानांे का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि लाइसेन्स के मानक के अनुरूप ही बूचड़खानों का संचालन हो।"
गांधी ने सुझाव दिया कि वन विभाग द्वारा पौधों को प्लास्टिक की थैलियों के बजाए मशीन द्वारा बनाए गए गोबर के गमलों में उगाने तथा श्मशान भूमियों में गाय के गोबर से बने कण्डों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
मेनका के इस सुझाव का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन मशीनों के उपयोग के बारे में परीक्षण किए जाने के निर्देश दिए। प्रदेश में पशु कल्याण बोर्ड के गठन तथा राज्य को रेबीज फ्री बनाने के लिए आवारा कुत्तों पर नियंत्रण सम्बन्धी केन्द्रीय मंत्री के सुझाव पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस अवसर पर महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल, महिला कल्याण राज्य मंत्री स्वाती सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


