महाराष्ट्र में खिला कमल, हरियाणा में होगी जोड़ तोड़
लोकसभा चुनाव के बाद मतदाताओं ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर अपना विश्वास जताते हुए उसे सहयोगी दल शिव सेना के साथ महाराष्ट्र में दोबारा सत्ता की कमान सौंप दी

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद मतदाताओं ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर अपना विश्वास जताते हुए उसे सहयोगी दल शिव सेना के साथ महाराष्ट्र में दोबारा सत्ता की कमान सौंप दी जबकि हरियाणा में भी वह बहुमत से दूर रहने के बावजूद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सरकार बनाने की दावेदार बन गयी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दोनों राज्यों के लोगों को पार्टी के पक्ष में मतदान करने के लिए धन्यवाद दिया है। श्री मोदी ने कहा, “ हमें आशीर्वाद देने के लिए हरियाणा के लोगों को धन्यवाद। हम उसी निष्ठा और समर्पण के साथ राज्य की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे।” उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने अपनी भावना के अनुरूप राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को आशीर्वाद दिया है। एक बार फिर लोगों का सहयोग पाकर हम विनम्र हैं। महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम जारी रहेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से अब तक 280 सीटों के नतीजे आ गये हैं जिनमें से भाजपा गठबंधन 157 सीटें जीत चुका है और चार सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। भाजपा ने 101 और इसकी सहयोगी शिव सेना ने 56 सीटें जीती हैं और इस तरह नतीजों और रूझानों को मिलाकर गठबंधन 161 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत के आंकड़े को पार कर गया है।
विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन को अब तक 94 सीटें मिली हैं और सात सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे हैं। कांग्रेस को 41 सीटें मिली हैं और उसके उम्मीदवार तीन सीटों पर आगे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 53 सीटें मिली हैं और उसके उम्मीवार एक सीट पर बढत बनाये हुए हैं। इस तरह नतीजों और रूझानों में गठबंधन को 98 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। निर्दलीय उम्मीदवार को 13 तथा समाजवादी पार्टी को दो सीटें मिली हैं।
हरियाणा में सभी 90 सीटों के परिणाम आ चुके हैं जिनमें से भाजपा को 40 सीटों पर जीत हासिल हो सकी। इस तरह वह अभी तक सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है लेकिन बहुमत के आंकड़े से 6 अंक दूर है। कांग्रेस 31 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है। जननायक जनता पार्टी को 10 सीटें मिली हैं। विधानसभा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत मिलने की उम्मीद धूमिल होने के साथ ही राजनीतक सरगर्मी बढ गयी हैं। निर्दलीय उम्मीदवारों ने सात सीटें जीती हैं। हरियाणा लोकहित पार्टी और इनेलो को एक-एक सीट मिली है।
हरियाणा में भाजपा बड़े दल के रूप में उभरने के बावजूद अपना पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पायी है। पिछले विधानसभा चुनाव में उसे 47 सीट मिली थी और पिछले लोकसभा चुनाव में सभी दस सीटें जीतकर पार्टी का परचम लहराया था। इस बार उसे केवल 40 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। सरकार बनाने के लिए उसे निर्दलीय उम्मीदवारों या जननायक जनता पार्टी का सहयोग लेना पड़ेगा।
महाराष्ट्र में भी भाजपा का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है और उसकी सीटें कम हुई है। पिछली बार उसने 122 सीटें जीती थी जबकि इस बार पार्टी 100 के आस पास सिमटती दिख रही है। शिवसेना ने पिछली बार 63 सीटें हासिल की थी लेकिन इस बार वह इस आंकड़े से पिछड़ रही है। दोनों दलों ने पिछली बार अलग-अलग चुनाव लड़ा था जबकि इस बार वे मिलकर चुनाव मैदान में उतरे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में सभी सीटों के चुनाव परिणाम आ गये है इसके बाद दलीय स्थिति इस प्रकार है:-
| पार्टी | जीते | बढ़त | कुल |
|---|---|---|---|
| ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन | 2 | 0 | 2 |
| बहुजन विकास अघाड़ी | 3 | 0 | 3 |
| भारतीय जनता पार्टी | 105 | 0 | 105 |
| कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट) | 1 | 0 | 1 |
| निर्दलीय | 13 | 0 | 13 |
| इंडियन नेशनल कांग्रेस | 44 | 1 | 44 |
| जन सुराज्य शक्ति | 1 | 0 | 1 |
| क्रांतिकारी शेतकरी पार्टी | 1 | 0 | 1 |
| महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना | 1 | 0 | 1 |
| नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी | 44 | 0 | 54 |
| पीजैन्ट्स एण्ड वर्कर्स पार्टी ऑफ इण्डिया | 1 | 0 | 1 |
| प्रहर जनशक्ती पक्ष | 2 | 0 | 2 |
| राष्ट्रीय समाज पक्ष | 1 | 0 | 1 |
| समाजवादी पार्टी | 2 | 0 | 2 |
| शिवसेना | 56 | 0 | 56 |
| स्वाभिमानी पक्ष | 1 | 0 | 1 |
| कुल | 288 | 0 | 288 |


