चपरासी की मुखबिरी से लुटेरों ने लूटे लाखों रूपए
उत्तर पश्चिमी दिल्ली के भारत नगर इलाके में सॉफ्टवेयर कारोबारी के कर्मचारी से हुई लूट के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है

नई दिल्ली। उत्तर पश्चिमी दिल्ली के भारत नगर इलाके में सॉफ्टवेयर कारोबारी के कर्मचारी से हुई लूट के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की छानबीन में दोनों आरोपियों के साथ कारोबारी के चपरासी की भूमिका भी संदिग्ध मिली है, जिससे उन आरोपियों के लिए मुखबिरी का काम किया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने ऑफिस के ही चपरासी को अपने साथ मिलाया था। आरोपियों की पहचान जौली और मोनू के रूप में हुई है, जबकि पुलिस तीन अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल को वजीरपुर से करोल बाग रूपए लेकर जा रहे बाइक सवार युवक से चालीस लाख रूपए की लूट होने की जानकारी मिली थी, जिसमें बाइक सवार युवकों ने पिस्टल की नोंक पर लूट को अंजाम दिया था। यह रूपए वजीरपुर कम्प्यूटर मार्केट में सॉफ्टवेयर का काम करने वाले मनोज अग्रवाल के थे, जिसके बाद जांच में पता चला कि मनोज के दफ्तर में चपरासी जौली लगातार किसी से फोन पर संपर्क में था।
पुलिस की पूछताछ में जौली ने सारी कहानी बता दी, जिसके बाद जॉली से पूछताछ के आधार पर रोहिणी सेक्टर तीन से आरोपी मोनू को भी गिरफ्तार कर लूट के दस लाख रूपए बरामद कर लिए गए।
आरोपी जॉली ने बताया कि वह तीन साल पहले मनोज अग्रवाल के कार्यालय में काम करता था, लेकिन बीच में काम छोड़ दिया था। छह महीने पहले ही वह दोबारा काम पर लौटा था।
पुलिस को जानकारी मिली है कि लूट में पांच लोग शामिल थे, जिसके बाद पुलिस तीन आरोपियों की तलाश कर रही है।


