ऑटो में बिठाकर लूटा और पीट-पीट कर एक को उतारा मौत के घाट
पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में बीती रात ऑटो सवार दो सगे भाईयों के साथ लूटपाट व विरोध करने पर पीट-पीटकर अधमरा करने का मामला सामने आया है

नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में बीती रात ऑटो सवार दो सगे भाईयों के साथ लूटपाट व विरोध करने पर पीट-पीटकर अधमरा करने का मामला सामने आया है। पिटाई के बाद अक्षरधाम फ्लाई ओवर के ऊपर बदमाशों ने एक युवक को गाड़ी के आगे धक्का दे दिया, जिससे वह उस गाड़ी के नीचे आकर कुचल गया।
बदमाशों ने दूसरे युवक को दोबारा ऑटो में बिठाकर मारपीट की। बदमाश उससे नकदी लूटकर कुछ दूर आगे उसे भी चलते ऑटो से धक्का देकर मौके से फरार हो गए। जख्मी युवक ने पुलिस को सूचना देकर वारदात की जानकारी।
दोनों भाइयों को गंभीर रूप से जख्मी हालत में इलाज के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टरों ने मौ. हाफिज (22) को मृत घोषित कर दिया, जबकि उसके छोटे भाई नफीस को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
पुलिस के मुताबिक हाफिज और नफीस दोनों लखीमपुरखीरी के मौलनपुर गांव के रहने वाले है। परिवार में पिता मोहम्मद हनीफ और तीन बहने हैं। दोनों भाई फरीदाबाद स्थित किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं।
हाफिज की12वीं क्लास की परीक्षाएं खत्म हुई थीं और वह गांव आए अपने भाई के साथ वापिस दिल्ली लौट रहा था। लखीमपुरखीरी से फरीदाबाद जाने के लिए दोनों भाई वहां से किसी प्राइवेट बस में सवार हुए थे। बस ने उन्हें गुरुवार देर रात 2:30 बजे के करीब अक्षरधाम मंदिर के पास उतार दिया। दोनों भाई सड़क पर खड़े होकर किसी गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान उनके पास एक ऑटो आकर रुका और ड्राइवर ने 200 रुपये में फरीदाबाद छोड़ने की बात कहकर दोनों भाइयों को आटो में बिठा लिया। कुछ दूर आगे आने पर ड्राइवर ने एक और युवक को आटो में बिठा लिया। आटो जैसे ही अक्षरधाम फ्लाईओवर ऊपर पहुंचा पीछे सीट पर बैठे दो युवकों सहित चारों बदमाशों ने दोनों भाइयों के साथ लूटपाट शुरू कर दी।
बदमाशों ने फ्लाई ओवर के ऊपर आटो रोककर दोनों भाइयों को बाहर निकालकर उन्हें बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
इसी दौरान बदमाशों ने हाफिज को दूसरी गाड़ी के सामने धक्का दे दिया। जिससे वह गाड़ी के नीचे आकर कुचल गया। उसे वहीं पर लहुलुहान हालत में छोड़ने के बाद बदमाशों ने उसके छोटे भाई नफीस को दोबारा आटो में बिठाकर पीटना शुरू कर दिया।
करीब 100 मीटर दूर जाने के बाद बदमाश उससे नकदी आदि लूटने के बाद चलते आटो से धक्का देकर मौके से फरार हो गए।
किसी तरह से नफीस का मोबाइल फोन बच गया। उसने खुद अपने मोबाइल से पुलिस को कॉल करके अपने साथ हुई वारदात के बारे में बताया।
इसके साथ ही उसने लोनी में रहने वाले अपने मामा साबिर अली को भी फोन कर वारदात के बारे में बताया।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों भाइयों को गंभीर रूप से जख्मी हालत में इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने हाफिज को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव को वापस लखीमपुर खीरी लेकर चले गए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए मामले की जांच में जुट गई है।


