कांग्रेस, भाजपा सदस्यों की तीखी तकरार से लोकसभा बार-बार स्थगित हुई
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हंगामे के साथ हुई। संसद के दोनों सदनों में दिल्ली हिंसा को लेकर जमकर हंगामा हुआ

नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हंगामे के साथ हुई। संसद के दोनों सदनों में दिल्ली हिंसा को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान लोकसभा में भाजपा और कांग्रेस सांसदों में धक्का-मुक्की भी हुई। राज्यसभा में भी दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर जमकर हंगामा देखने को मिला। हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
कांग्रेस सांसद राम्या हरिदास ने भाजपा सांसद जसकौर मीणा पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पूछा कि क्या दलित महिला होने की वजह से उनके साथ ऐसा बार-बार होता है? दूसरी तरफ जसकौर मीणा ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि वह भी दलित महिला हैं।
बिरला के सामने की गई लिखित शिकायत में राम्या ने कहा, "दो मार्च को अपरान्ह 3 बजे लोकसभा में भाजपा सदस्य जसकौर मीणा ने मेरे साथ मारपीट की।" उन्होंने सवाल किया, 'क्या मेरे साथ ऐसा बार-बार इसलिए होता है क्योंकि मैं एक दलित और महिला हूं?' राम्या ने कहा कि भाजपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
इससे पहले लोकसभा को अपरान्ह तीन बजे कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद एक घंटे के लिए फिर से स्थगित करना पड़ी।
सदन जब अपरान्ह 3 बजे फिर शुरू हुआ तो कांग्रेस सदस्य फिर से तख्तियां लेकर सदन के वेल में जमा हो गए।
कांग्रेस की केरल के अलाथुर से सांसद राम्या हरिदास सदन के वेल से सत्ता पक्ष की तरफ बढ़ीं, जिस पर भाजपा की कुछ महिला सांसदों ने उनका रास्ता रोक दिया। हरिदास ने आरोप लगाया कि भाजपा सदस्यों की धक्का-मुक्की से उन्हें चोट पहुंची है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, राम्या हरिदास को लोकसभा अध्यक्ष के चेंबर में ले गए। भाजपा की महिला सांसद भी घटना को लेकर अपना बयान देने के लिए वहां गईं।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन को शाम चार बजे तक स्थगित कर दिया।
इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी व रवि शंकर प्रसाद को दखल देना पड़ा और कांग्रेस व भाजपा सदस्यों को शांत कराया।
इससे पहले सदन के अपरान्ह 2 बजे फिर से शुरू होने के तुरंत बाद गौरव गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। विपक्षी सांसद दिल्ली हिंसा पर विरोध जता रहे थे। इस हिंसा से उत्तरपूर्वी दिल्ली के विभिन्न इलाके प्रभावित हुए हैं।
कांग्रेस सांसदों ने निचले सदन में अपना विरोध जारी रखा। इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'विवाद से विश्वास तक' विधेयक को पढ़ना शुरू किया।
इस दौरान गौरव गोगोई व दूसरे कांग्रेस सांसद सत्ता पक्ष की तरफ आगे बढ़े। सत्ता पक्ष की तरफ से भाजपा सांसद रमेश बिदुड़ी व दूसरे भी आगे बढ़े और दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की हुई।
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सदन को अपरान्ह तीन बजे तक स्थगित कर दिया, लेकिन धक्का मुक्की जारी रही। भाजपा से स्मृति ईरानी और रविशंकर प्रसाद और अधीर रंजन चौधरी ने दखल दिया और धक्का-मुक्की कर रहे सांसदों को शांत कराया।
संसद सोमवार को विपक्षी पार्टियों की नारेबाजी व हिंसा को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से शुरू हुई। उत्तरपूर्वी दिल्ली में 23 से 25 फरवरी के बीच विभिन्न जगहों पर हिंसा हुई।
यह हिंसा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोधी व समर्थकों के बीच झड़पों के बाद शुरू हुई।


