लोकसभा के उपचुनाव योगी के लिये अग्निपरीक्षा से कम नहीं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिये गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव का परिणाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में करना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिये गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव का परिणाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में करना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। योगी की ही तरह उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हो गये हैं। योगी गोरखपुर और श्री मौर्य फूलपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं। माना जा रहा है कि इसी सप्ताह यह दोनों ही लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे। इनके इस्तीफा देने के बाद दोनों सीटों पर उपचुनाव होगा।
उपचुनाव के नतीजे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में आने पर ही माना जायेगा कि श्री योगी अग्निपरीक्षा में कितना सफल हुये हैं। आमतौर पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उपचुनाव से अपने को अलग रखती है, लेकिन राजनीतिक हलकों में लगाये जा रहे कयास के अनुसार बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती फूलपुर में विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार हो सकती हैं। राजनीतिक प्रेक्षक राजेन्द्र सिंह के अनुसार सुश्री मायावती विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार के रुप में उपचुनाव लड़ती हैं तो भाजपा के लिये फूलपुर सीट जीतना लगभग नामुमकिन होगा। भाजपा दोनों सीटों को फिर से जीतना चाहेगी इसके लिये वह हरसम्भव कोशिश करेगी, क्योंकि इसका असर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पड़ सकता है। दोनों में से एक भी सीट हारने पर भाजपा की किरकिरी तय है।


