बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को जुटी भीड़ स्थानीय समस्या : रेलवे सूत्र
मुम्बई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को जमा हुई लोगों की भारी भीड़ को रेलवे ने स्थानीय समस्या बताया है।

नई दिल्ली | मुम्बई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को जमा हुई लोगों की भारी भीड़ को रेलवे ने स्थानीय समस्या बताया है। इस मामले में अबतक दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, "इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी से साफ है कि इस जमावड़े के पीछे वजह कुछ और है। अगर रेलवे की इस मामले में कोई गलती होती तो यह घटना देश के और शहरों में भी होती, क्योंकि प्रवासी अन्य शहरों में भी रहते हैं। मतलब साफ है कि इसको हवा दी गई। कहीं न कहीं लोकल प्रॉब्लम है।"
सूत्र ने कहा कि रेलवे का रिजर्वेशन 15 अप्रैल और उसके बाद का था, जबकि लोग 14 अप्रैल को जमा हुए। 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद ही रेलवे ने तुरंत 3 मई तक की सारी पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी थी। इसके बावजूद लोग बांद्रा रेलवे स्टेशन पर शाम को इकट्ठा हुए।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि चूंकि यह किसी को पता नहीं था कि 14 अप्रैल के बाद क्या होगा, लिहाजा रिजर्वेशन बंद नहीं किया गया था।
गौरतलब है कि देश भर में कोरोनावायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लॉकडाउन तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया था। लेकिन इसके उलट मुंबई में यह अफवाह फैलाई गई कि अपराह्न् तीन बजे से ट्रेन खोली जाएगी। जिसकी वजह से बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। बाद में पुलिस की करवाई के बाद भीड़ हट गई।


