लोकल हेलमेट से नहीं बच सकता सिर
शहर में बगैर हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों पर एआरटीओ की सख्ती के बीच आम लोग सस्ते हेलमेट के पीछे भाग रहे हैं, जो किसी भी दुर्घटना में सिर को नहीं बचा सकता है

नोएडा। शहर में बगैर हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों पर एआरटीओ की सख्ती के बीच आम लोग सस्ते हेलमेट के पीछे भाग रहे हैं, जो किसी भी दुर्घटना में सिर को नहीं बचा सकता है। सेक्टर-12 स्थित नोएडा स्टेडियम के बाहर हेलमेट की दुकान में जब दाम का पता किया तो पाया कि यहां 150 से 450 रुपए के बीच हैं। इन हेलमेट को जब दबाकर देखा तो दबने लगे।
150 रुपए का कैप हेलमेट तो पूरा ही मुड़ गया। इनके अंदर कोई फोम, स्पंज नहीं भरा हुआ है जो दबाव को सह सके। यहां जितने ग्राहक पहुंचे 80 फीसदी ने सस्ते हेलमेट की ही मांग की। सस्ते, काम चलाऊ व एआरटीओ की कार्रवाई से बचने के लिए पहने गए इन हेलमेट से सुरक्षा का जिम्मेदार कौन होगा। वहीं जब वहां हेलमेट लेने वालों से बातचीत की गई तो उन्होने कहा कि भाई साहब हेलमेट तो केवल चालान से बचने का एक माध्यम है। फिर पड़ा रहता है, लगाता कौन है, एआरटीओ की कार्रवाई भी अच्छा खासा परेशान कर देती है। एक दिन चलती है, अब एक दिन के लिए हजार 800 रुपए कौन खर्च करेगा।
एआरटीओ बताएगा हेलमेट के फायदे
बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने वाले लोगों को जागरूक के लिए एआरटीओ ने एक पहल शुरू की है। दरअसल एआरटीओ चौराहों पर हेलमेट नहीं लगाए दुपहिया वाहन सवारों को रोककर हेलमेट पहनने के फायदे गिनाने जा रहा है। साथ ही उनके वाहन व मोबाइल भी नोट करने जा रहा है। इसके बाद चालान किया जाएगा।
चालान से नहीं हो रहा सड़क हादसों में कमी
एआरटीओ प्रशासन एके पाण्डेय ने बताया कि शहर में हर साल सैंकड़ों लोगों की रोड एक्सिडेंट में जान चली जाती है। इसे रोकने के लिए एआरटीओ द्वारा प्रत्येक बुधवार को हेलमेट और सीट बेल्ट पर अभियान चलाया जाता है। इस अभियान के दौरान कई बार लोगों के चालान भी काटे गए, लेकिन अभियान के बाद भी इसमें किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आए।
बीआईएस स्टैंडर्ड का ही लें हेलमेट ज्ञान मोहन
एआरटीओ प्रवर्तन ज्ञान मोहन ने बताया कि हेलमेट चालान के डर से नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए पहनें। अगर बाजार से हेलमेट ले रहे हैं तो हमेशा बीआईएस स्टैंडर्ड हेलमेट पहन कर ही ड्राइविंग करें। जिससे आपकी सुरक्षा बनी रहे।


