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ओला-उबर की तरह नोएडा मेट्रो का राइडिंग एप, ई-रिक्शा, ऑटो, बस, टैक्सी, ई-साइकिल कर सकेंगे बुक

नोएडा मेट्रो भी अब जल्द ही अपना राइडिंग एप लेकर आ रहा है। जिसके जरिए नोएडा मेट्रो में सफर करने वाले और आम जनता को ई रिक्शा, ई साइकिल, टैक्सी, कैब बुक करने में काफी आसानी होगी। ओला उबर के तर्ज पर ही एप को बनाया जा रहा है

ओला-उबर की तरह नोएडा मेट्रो का राइडिंग एप, ई-रिक्शा, ऑटो, बस, टैक्सी, ई-साइकिल कर सकेंगे बुक
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नोएडा। नोएडा मेट्रो भी अब जल्द ही अपना राइडिंग एप लेकर आ रहा है। जिसके जरिए नोएडा मेट्रो में सफर करने वाले और आम जनता को ई रिक्शा, ई साइकिल, टैक्सी, कैब बुक करने में काफी आसानी होगी। ओला उबर के तर्ज पर ही एप को बनाया जा रहा है।

दरअसल, नोएडा मेट्रो अपना मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन एप्लीकेशन लॉन्च करने की तैयारी में है। ये एप ट्रांजेक्शन और सुरक्षा फीचर से लैस होगा। इसमें एसओएस फीचर भी होगा। एंड्रॉयड वर्जन पर इसको लॉन्च किया जाएगा। इससे पहले इसका एक प्रजेंटेशन नोएडा मेट्रो के एमडी लोकेश एम के सामने किया जाएगा।

नोएडा में ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा काफी कम है। लास्ट माइल कनेक्टिविटी के प्रयास भी नाकाफी हैं। यहां चलने वाले ई रिक्शा, ऑटो, बैटरी जनित वाहन, बस, ओला-उबर, टैक्सी, ई साइकिल सभी को एक प्लेटफार्म पर लाकर एप बनाने का प्लान है। एप के जरिए लोग अपना वाहन बुक करें और आसानी से आ-जा सकें। बस का ऑप्शन भी दिया जा रहा है। जिसमें वो अपनी सीट पहले ही बुक कराकर ऑनलाइन टिकट ले सकेंगे।

नोएडा मेट्रो के एमडी लोकेश एम ने बताया कि एप लांच किया जाएगा। इसका एक प्रेजेंटेशन किया जाएगा। इसके बाद इसे लाया जाएगा ताकि मुसाफिरों को स्टेशन से घर पहुंचने के लिए प्रॉपर ट्रांसपोर्ट मिल सके। इस एप में बुकिंग के दौरान एक इमरजेंसी नंबर भी अपलोड किया जाएगा। उदाहरण के लिए यदि कोई व्यक्ति कार, बाइक या उपरोक्त में कुछ भी बुक करता है तो संबंधित ड्राइवर का नाम, गाड़ी नंबर, इमरजेंसी नंबर पर पहुंच जाएगा। वो लाइव लोकेशन भी ट्रैक कर सकता है। जिससे बुक करने वाले व्यक्ति के रास्ते की जानकारी उसके परिवार जन को मिलती रहेगी। इस एप में इमरजेंसी नंबर भी होंगे।

उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की दिक्कत होने पर लोग इमरजेंसी नंबर का प्रयोग कर सकेंगे। इसे पुलिस सर्वर से जोड़ा जाएगा। जून 2023 में इस ऐप को बनाने की पहल एनएमआरसी में शुरू की थी। तत्कालीन एनएमआरसी की एमडी रितु माहेश्वरी ने इस एप को लेकर आम पब्लिक और मेट्रो मुसाफिरों से सुझाव मांगे थे। इन्हीं सुझावों के आधार पर ऐप को तैयार किया जा रहा है।

नोएडा की एनएमआरसी की एक्वा लाइन से रोजाना करीब 50 हजार मुसाफिर सफर करते हैं। इसका विस्तार भी किया जाना है। वर्तमान में नोएडा के सेक्टर-51 मेट्रो से ग्रेटर नोएडा डिपो तक मेट्रो जाती है। विस्तार में ग्रेनो वेस्ट और सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन तक मेट्रो रूट शामिल है।


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