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दिल्ली और आसपास के शहरों में हुई हल्की बारिश

दिल्ली और आसपास के शहरों में बुधवार को हल्की बारिश हुई, जिससे बढ़ते तापमान में गिरावट आई, क्योंकि चक्रवात तौकते की तीव्रता लगातार कमजोर होती जा रही

दिल्ली और आसपास के शहरों में हुई हल्की बारिश
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नई दिल्ली। दिल्ली और आसपास के शहरों में बुधवार को हल्की बारिश हुई, जिससे बढ़ते तापमान में गिरावट आई, क्योंकि चक्रवात तौकते की तीव्रता लगातार कमजोर होती जा रही है।

आईएमडी ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में बुधवार तड़के से लगातार हल्की बारिश के कारण न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

आईएमडी के मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के साथ आम तौर पर बादल छाए रहेंगे। इससे पहले, आईएमडी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की बारिश और तेज हवाओं के पूवार्नुमान के साथ नारंगी रंग-कोडित चेतावनी जारी की थी।

आईएमडी ने बुधवार को कहा कि चक्रवात तौकते के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है।

आगे कहा गया है कि अगले दो दिनों के दौरान सिस्टम के अवशेष पूरे राजस्थान से उत्तर-पूर्व की ओर पश्चिम उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है।नई दिल्ली। दिल्ली और आसपास के शहरों में बुधवार को हल्की बारिश हुई, जिससे बढ़ते तापमान मेदिल्ली , बारिश , चक्रवात तौकते,
ं गिरावट आई, क्योंकि चक्रवात तौकते की तीव्रता लगातार कमजोर होती जा रही है। आईएमडी ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में बुधवार तड़के से लगातार हल्की बारिश के कारण न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

आईएमडी के मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के साथ आम तौर पर बादल छाए रहेंगे। इससे पहले, आईएमडी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की बारिश और तेज हवाओं के पूवार्नुमान के साथ नारंगी रंग-कोडित चेतावनी जारी की थी।

आईएमडी ने बुधवार को कहा कि चक्रवात तौकते के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है।

आगे कहा गया है कि अगले दो दिनों के दौरान सिस्टम के अवशेष पूरे राजस्थान से उत्तर-पूर्व की ओर पश्चिम उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है।


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