जीवनदायिनी केलो हो रही मैली
रायगढ़ जिले की जीवनदायिनी कहलाए जाने वाली केलो नदी लगातार प्रदुषित होते जा रही है

रायगढ़। रायगढ़ जिले की जीवनदायिनी कहलाए जाने वाली केलो नदी लगातार प्रदुषित होते जा रही है और इसका पानी इतना गंदा है कि जानवर भी पीये तो उसकी मौत हो जाएगी और इसके उपरी क्षेत्र का पानी नगर निगम के 20 से अधिक वार्डों में सप्लाई होता है और कभी भी बड़ी घटना घटित हो सकती है। इस नदी के प्रदुषित होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि नगर निगम व जिला प्रशासन ने इसके पानी को साफ करने के लिए केवल कागजों में ही योजना बनाई है।
जबकि हकीकत में इस नदी में शहर की सैकड़ों नालियां आकर मिलती है और उसकी नालियों का पानी नदी में आने से पानी न केवल प्रदुषित हो रहा है। बल्कि जहरीला भी होते जा रहा है। इस मामले में नगर निगम के सभापति सलीम नियारिया का कहना हैं कि बहुत पहले इसके लिए सिवरेज योजना बनाई गई थी, जो नदी के किनारे किनारे बनायी जानी थी और प्रशासन को इसकी स्वीकृति के लिए भेजा भी गया था। जिसके लिए लगातार प्रयास जारी है।
जिले के कलेक्टर अलरमेल मंगई डी ने भी इस बात को माना कि केलो नदी रायगढ़ की सबसे बढ़ी नदी है और शहर के बीचोबीच होने से इसके रखरखाव के लिए प्रयास हो रहे है। साथ ही साथ इसके दोनों ओर नालों का निर्माण करावा कर गंदा पानी नदी में गिरने से रोकने की योजना शासन को भेजी गई है। जो लगभग करोड़ों में है। वहीं आम नागरिक कहते हैं कि केलो नदी के लिए कई बार संघर्ष हुए और स्थानीय लोगों ने भी इसकी सफाई की निगम व प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया।


