राजे को किसानों की आत्महत्या जांचने की चुनौती स्वीकारने दें : पायलट
कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने राज्य सरकार की असंवेदनशीलता पर प्रहार करते हुए कहा कि हदोती क्षेत्र में दो किसानों द्वारा आत्महत्या करने के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है

जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिटनेस चैलेंज को राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार द्वारा स्वीकार करने के बाद प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने रविवार को उनपर करारा हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अगर कोई भी 'चैलेंज' (चुनौती) स्वीकार करने के प्रति गंभीर हैं तो उन्हें किसानों की आत्महत्या की संपूर्ण जांच करनी चाहिए। उन्होंने इसे गंभीर स्थिति बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और राज्य मंत्री तक हर कोई सिर्फ प्रचार के लिए फिटनेस चैलेंस आगे बढ़ाता जा रहा है और देश के नाजुक मुद्दों को किनारे कर दिया गया है।
पायलट ने राज्य सरकार की असंवेदनशीलता पर प्रहार करते हुए कहा कि हदोती क्षेत्र में दो किसानों द्वारा आत्महत्या करने के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा, "चुनावी साल में सरकार ने 50,000 रुपये तक के कृषि ऋण को माफ करने का फैसला किया है। किसानों द्वारा आम तौर पर बड़े ऋण लेने के कारण यह राशि बहुत कम है। सरकार कृषि ऋण माफ करने के लिए 8,000 करोड़ रुपये के कोष का इंतजाम करने में नाकाम रही और अब मात्र 200 करोड़ रुपये ऋण माफ किया जाएगा वो भी ऋण सीमा के साथ।"
पायलट ने कहा कि सरकार के दोहरे चरित्र के कारण राज्य में ज्यादा आत्महत्याएं हो रही हैं। इसके अलावा सरकार किसानों की आत्महत्या के लिए एक अन्य कारक लहसुन की फसल को उचित कीमत उपलब्ध कराने में भी असफल रही है।
पायलट ने दावा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसक्षा क्षेत्र हदोती में पिछले महीने नौ किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा सत्ताधारी पार्टी के दावों का खुलासा ये आंकड़े कर रहे हैं।


