चलो दिल्ली आह्वान पर देश भर से पहुंच रहे हैं डॉक्टर
अस्पतालों में सुरक्षा, पंजीकरण के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था सहित कई मांगों पर देश भर के चिकित्सकों के जत्थे राजधानी पहुंचने लगे हैं

नई दिल्ली। अस्पतालों में सुरक्षा, पंजीकरण के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था सहित कई मांगों पर देश भर के चिकित्सकों के जत्थे राजधानी पहुंचने लगे हैं।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब व दिल्ली से कई हजार डॉक्टरों के पहुंचने का अनुमान है और इसे देखते हुए यहां उचित प्रबंध भी किए जा रहे हैं।
दिल्ली चलो आह्वान पर आज दिन भर बैठकें चलती रहीं और तय हुआ कि दिल्ली सरकार व केंद्र सरकार को ज्ञापन पत्र दिया जाएगा ताकि सभी मांगों पर विचार कर उन पर अमल हो सके।
आईएमए के अध्यक्ष डा. केके अग्रवाल बताते हैं कि शांतिपूर्ण सत्याग्रह में देश भर से हजारों चिकित्सक अपने हकों की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि नियमों व जिम्मेदारी के साथ हम अपनी मांग रख रहे हैं। डॉक्टर चाहते हैं कि एकल-खिड़की जिम्मेदारी तय की जाये, जिसमें एकल-खिड़की नियम हो, जो कि फिलहाल के अधिनियम में मौजूद नहीं है।
आईएमए के मानद महासचिव डॉ. आरएन टंडन ने कहा कि, '80 प्रतिशत स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं निजी क्षेत्र द्वारा प्रदान की जा रही हैं। इससे एक बात तो तय है कि या तो सरकारी सेवाएं अच्छी नहीं हैं या फिर वहां पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। निजी क्षेत्र ही सरकारी जिम्मेदारियां भी निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल छात्रों के लिए कई तरह की परीक्षाएं क्यों हैं और एक नया चिकित्सा संसथान खोलने के लिए कई तरह के पंजीकरण क्यों कराने पड़ते हैं। ऐसे ही जिम्मेदारियों के लिए भी कई तरह के पंजीकरण क्यों कराने होते हैं।
डॉक्टरी की प्रेक्टिस के लिए लाइसेंस और चिकित्सा संस्थान के पंजीकरण के लिए सिंगल-विंडो की मांग पहले से होती रही है। चिकित्सकों को अपने काम पर ध्यान लगाने दीजिए और उनकी ऊर्जा को परमीशन और प्रशासनिक मामलों में जाया मत कीजिए। चिकित्सकों के लिए सिंगल-विंडो अकाउंटेबिलिटी से उनकी परेशानियां कम होंगी और निजी व सरकारी चिकित्सकों के बीच का भेद भी समाप्त होगा।


