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हिमाचल के सराज विधानसभा क्षेत्र में भीषण त्रासदी से सब तबाह, बचाव कार्य अपर्याप्त : जयराम ठाकुर

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सराज विधानसभा क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी को लेकर प्रदेश की सुक्खू सरकार पर हमला बोला

हिमाचल के सराज विधानसभा क्षेत्र में भीषण त्रासदी से सब तबाह, बचाव कार्य अपर्याप्त : जयराम ठाकुर
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मंडी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सराज विधानसभा क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी को लेकर प्रदेश की सुक्खू सरकार पर हमला बोला। उन्होंने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जो भीषण त्रासदी सराज में हुई है उससे बहुत बड़ा नुकसान पूरे क्षेत्र ने झेला है। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों में क्षेत्र लोगों के साथ मिलकर सराज को जिस मुकाम पर लाकर खड़ा किया था, आज त्रासदी के कारण वह सब तबाह हो गया है।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि जंजैहली, जरोल, च्यूणी, लंबाथाच, थुनाग, बगस्याड़, बाड़ा, परवाड़ा, थाची, कुकलाह और बाखली में बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। पूरे क्षेत्र में अभी तक 30 से अधिक लोग लापता हैं और नौ शव को बरामद हुए हैं। सबसे ज्यादा जानी नुकसान पखरैर पंचायत के देजी में हुआ है, जहां एक ही गांव के 11 लोग लापता हैं। 500 से ज्यादा घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है। कई पुल टूट गए हैं और कई सड़कें इतनी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं जिनकी मरम्मत नहीं हो सकती।

उन्होंने कहा कि नाचन विधानसभा क्षेत्र में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। नाचन क्षेत्र के एक गांव में भारी नुकसान हुआ है। जहां नौ लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहां अब तक दो शव बरामद किए जा चुके हैं।

भाजपा विधायक ने कहा कि बुधवार को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें सराज पहुंची हैं। खुद मुख्यमंत्री सुक्खू भी हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण करने के बाद रैणगलू में उतरे थे और वहां लोगों से मिलकर राशन भी वितरित किया था। लेकिन जो राहत कार्य सरकार और प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे हैं, वे पर्याप्त नहीं हैं।

जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से कार्य किया जा रहा है, इस रफ्तार से स्थिति सामान्य होने में ही दो-तीन महीने का समय लग जाएगा। सरकार और प्रशासन को इसमें गंभीरता दिखाने की जरूरत है। मशीनों की संख्या बढ़ाई जाए और यहां बड़ी मशीनें तैनात की जाएं। युद्धस्तर पर सड़क, बिजली और जलापूर्ति की बहाली की कार्य किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार की तरफ से भी मदद की पेशकश की गई है, जिसके लिए हम उनका आभार जताते हैं।


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