तेजस्वी की नीति में अपराध और भ्रष्टाचार ही मुख्यधारा : नित्यानंद राय
महाराष्ट्र में राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर एफआईआर दर्ज होने के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है

एफआईआर के बाद सियासी घमासान, नित्यानंद बोले– बिहार की जनता विकास को चुनेगी
- तेजस्वी पर जुबानी हमला, नित्यानंद राय ने कहा– गरीबों के मसीहा पर अपशब्द अस्वीकार्य
- 2025 में 'घमंडिया गठबंधन' का सफाया होगा: केंद्रीय मंत्री की भविष्यवाणी
- राजद नेता पर एफआईआर के बाद गरमाई राजनीति, भाजपा ने तेजस्वी को बताया भ्रष्टाचार का प्रतीक
पटना। महाराष्ट्र में राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर एफआईआर दर्ज होने के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव पर जुबानी हमला किया।
नित्यानंद राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा गरीबों के मसीहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हैं, जिससे बिहार की जनता की भावनाएं आहत होती हैं। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से बिहार के लगभग ढाई से तीन करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। ऐसे में गरीबी मिटाने वाले प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार और अपराध में लिप्त नेता द्वारा अपशब्द कहना, गरीबों को ठेस पहुंचाना स्वाभाविक है।
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव बार-बार क्राइम और करप्शन फ्री सरकार देने की बात करते हैं, लेकिन सत्ता में रहकर उन्होंने सिर्फ अपराध और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। बिहार की जनता भली-भांति जानती है कि 'क्राइम और करप्शन' राजद और तेजस्वी यादव की नीति और नियत का हिस्सा रहा है।
नित्यानंद राय ने दावा किया कि बिहार की जनता अब विकास पर भरोसा करने लगी है। लोग अपने भविष्य और बच्चों के भविष्य को लेकर गंभीर हैं। प्रधानमंत्री मोदी के सहयोग से बिहार आज विकास के रास्ते पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि जब अपराध और भ्रष्टाचार में लिपटा हुआ व्यक्ति विकास की बात करता है, तो बिहार की जनता उसे भली-भांति पहचान लेती है।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि 2025 में 'घमंडिया गठबंधन' का पूरी तरह सफाया होगा और जनता विकास की राजनीति को ही चुनेगी।
बता दें कि तेजस्वी यादव पर शनिवार को महाराष्ट्र में भाजपा विधायक मिलिंद नरोटे की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला तेजस्वी के सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर टिप्पणी की थी। आरोप है कि तेजस्वी ने एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी को 'जुमला' कहकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की।


