Top
Begin typing your search above and press return to search.

मप्र में तकनीक के सहारे नेताओं का कार्यकर्ताओं से संवाद

कोरोना महामारी के कारण तमाम राजनीतिक दलों की सियासी गतिविधियां लगभग थमी हुई है, मगर तकनीक के सहारे नेता अपने कार्यकर्ताओं से संवाद किए जा रहे हैं

मप्र में तकनीक के सहारे नेताओं का कार्यकर्ताओं से संवाद
X

भोपाल | कोराना महामारी के कारण तमाम राजनीतिक दलों की सियासी गतिविधियां लगभग थमी हुई है, मगर तकनीक के सहारे नेता अपने कार्यकर्ताओं से संवाद किए जा रहे हैं और राजनीतिक मार्गदर्शन के साथ लोगों की मदद जारी रखने का संदेश दे रहे हैं।

बीते लगभग डेढ़ माह से बैठक, सभा सहित तमाम आयोजनों पर विराम लगा हुआ है, क्योंकि कोरोना महामारी को रोकने का सबसे बड़ा हथियार सोशल डिस्टेंस को बताया गया है। यही कारण है कि भाजपा ने 15 माह सत्ता से बाहर रहने के बाद एक बार फिर सत्ता संभाली मगर कोई राजनीतिक आयोजन नहीं हो सका है। वहीं समस्याओं को लेकर कांग्रेस भी सड़क पर नहीं उतर पाई है।

बात अगर सत्ताधारी दल भाजपा की करें तो उसने कोरोना महामारी से निपटने के लिए एक टास्क फोर्स बनाया है और इस टास्क फोर्स के सभी सदस्य वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए लगातार संवाद करते रहते हैं। वहीं लोगों की ज्यादा से ज्यादा कैसे मदद की जाए इसकी रणनीति पर भी काम किया जा रहा है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा लगातार कार्यकर्ताओं व संगठन से जुड़े लोगों से संवाद कर कोरोना के संकट के समय लोगों को भोजन, खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दे रहे हैं। उनका कहना है, "कोरोना महामारी के कारण हम सभी घरों पर हैं मगर कार्यकर्ताओं से संवाद निरंतर चलता रहता है। वीडियो कन्फ्रेंसिंग और अडियो ब्रिज के जरिए कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया जा रहा है। सभी को कोरोना के कारण प्रभावित लोगों की मदद के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं तो जमीनी स्तर पर किए जा रहे कामों का भी फीडबैक लिया जा रहा है।"

भाजपा की तरह कांग्रेस भी अपने कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करने के लिए तकनीक का सहारा ले रही है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव ने आईएएनएस को बताया, "प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सहित तमाम नेता कार्यकर्ताओं से वीडियो कन्फ्रें सिंग के जरिए सीधे संवाद कर रहे हैं साथ ही कोरोनावायरस से प्रभावित हो रहे लोगों की मदद के भी निर्देश दे रहे हैं। इसके साथ ही राजनीतिक रणनीति पर भी विचार विमर्श समय-समय पर होता रहता है।"


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it