Top
Begin typing your search above and press return to search.

‘नया कश्मीर’ की बरसी पर कश्मीर में नेता हुए नजरबंद

पिछले साल पांच अगस्त को राज्य के दो टुकड़े करने और उसकी पहचान खत्म किए जाने की कवायद की बरसी पर कश्मीर में अधिकतर कश्मीरी राजनीतिक नेताओं को कल रात से ही नजरबंद कर दिया गया है।

‘नया कश्मीर’ की बरसी पर कश्मीर में नेता हुए नजरबंद
X

जम्मू में न ही भाजपा और न ही विपक्ष को निकालने दी रैली

जम्मू । पिछले साल पांच अगस्त को राज्य के दो टुकड़े करने और उसकी पहचान खत्म किए जाने की कवायद की बरसी पर कश्मीर में अधिकतर कश्मीरी राजनीतिक नेताओं को कल रात से ही नजरबंद कर दिया गया है। जबकि जम्मू में पैंथर्स पार्टी ने विरोध रैली निकालने की नाकाम कोशिश के बाद धरना देकर अपना रोष प्रकट किया। हालांकि भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई ने मोटरसाइकिल रैली निकालने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने नाकाम बना दिया।

इसी कारण अनुच्छेद 370 की बहाली की युक्ति निकालने के लिए डा फारुक अब्दुल्ला के निवास पर बुधवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक नहीं हो पायी। नेकांध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा अब्दुल्ला के गुप्कार रोड पर स्थित घर की तरफ आने-जाने वाले सभी रास्ते प्रशासन ने बंद कर दिए थे। यही नहीं बैठक में बुलाए गए नेताओं को भी उनके घरों से बाहर नहीं आने दिया गया। उनके घरों के बाहर पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी। डा फारुक अब्दुल्ला ने प्रशासनिक पाबंदियों को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए कहा कि आज पूरा कश्मीर कैद है।

पर जम्मू में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के एक साल पूरा होने पर पैंथर्स पार्टी ने जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किए जाने की मांग करते हुए धरना जरूर दिया। पार्टी मुख्यालय गांधी नगर के बाहर पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता बैनर पकड़ कर धरने पर बैठे। उन्हें रैली निकालने की इजाजत नहीं दी गई।

कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनकर इसकी पहचान को खत्म करने के प्रयास किए है। उन्होंने भाजपा पर जम्मू के लोगों को धोखा देने का आरोप भी लगाया। पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ नहीं है लेकिन जम्मू कश्मीर के विभाजन के खिलाफ हैं। जम्मू कश्मीर एक ऐतिहासिक राज्य होता था। जम्मू कश्मीर का भारत के साथ विलय महाराजा हरि सिंह ने किया था। डोगरा राज्य का विभाजन करना और फिर केंद्र शासित प्रदेश बनाना किसी भी हाल में इंसाफ नहीं है।

इसी तरह से ‘नया कश्मीर’ के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर जम्मू शहर में मोटरसाइकिल रैली निकाल रहे भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई, भारतीय युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को डोगरा चौक में पुलिस ने रोक लिया। कार्यकर्ताओं को कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देश का उल्लंघन करने के आरोप में पकड़ा गया है। जिन दो पहिया वाहनों पर कार्यकर्ता सवार थे को पुलिस ने मौके पर ही जब्त कर लिया।

--सुरेश एस डुग्गर--


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it