अधिवक्ता की हत्या के विरोध में वकीलों ने की हड़ताल
पटना जिला अधिवक्ता संघ के वकीलों ने वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बिहार बार काउंसिल के पूर्व उपाध्यक्ष कामेश्वर पांडेय की हत्या के विरोध में दो दिनों तक न्यायिक कार्य से अलग रहने का निर्णय लिया।

पटना। पटना जिला अधिवक्ता संघ के वकीलों ने भागलपुर व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बिहार बार काउंसिल के पूर्व उपाध्यक्ष कामेश्वर पांडेय की हत्या के विरोध में दो दिनों तक न्यायिक कार्य से अलग रहने का निर्णय लिया।
संघ की आज यहां हुई आमसभा की आपात बैठक में वकीलों ने स्व. पांडेय और उनकी नौकरानी की हत्या पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार से उनके आश्रितों को 50 लाख रुपये का मुआवजा और अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम अविलंब लागू किए जाने की मांग की। साथ ही इस हत्याकांड के विरोध में वकीलों ने 12 मार्च और 13 मार्च 2020 को न्यायिक कार्य से स्वयं को अलग रखने का निर्णय लिया।
प्रस्ताव पारित होने के कारण आज पटना व्यवहार न्यायालय में अदालती कामकाज नहीं हुए। जिला अधिवक्ता संघ, पटना द्वारा पारित प्रस्ताव की प्रति को मुख्यमंत्री एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश समेत अन्य संबंधितों को भेजी गई है।
वकीलों की हड़ताल के कारण आज जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से निष्कासित नेता एवं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने याचिका पर सुनवाई के लिए 23 मार्च 2020 की अगली तिथि निश्चित की है।
गौरतलब है कि हाल ही में भागलपुर व्यवहार न्यायालय वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बिहार बार काउंसिल के पूर्व उपाध्यक्ष कामेश्वर पांडेय एवं उनकी नौकरानी की हत्या कर दी गई थी।


