लोकतंत्र को खत्म करने वाला कानून स्वीकार नहीं होगा : पायलट
प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने दंड प्रक्रिया संहिता में संशोधन विधेयक को लोकतंत्र को खत्म करने वाला काला कानून करार देते हुए कहा है कि यह केन्द्र एवं राज्य में भाजपा सरकार का अंत का कारण बनेगा

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने दंड प्रक्रिया संहिता में संशोधन विधेयक को लोकतंत्र को खत्म करने वाला काला कानून करार देते हुए कहा है कि यह केन्द्र एवं राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का अंत का कारण बनेगा।
श्री पायलट ने आज यहां विधेयक के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विधानसभा पर किये प्रदर्शन के दौरान कहा कि किसी भी कीमत पर लोकतंत्र को खत्म करने वाले इस काले कानून को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह कानून केन्द्र एवं राज्य में भाजपा सरकार के अंत का कारण बनेगा।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इस कानून को वापिस नहीं ले लेती, तब तक कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी। आम आदमी के अधिकारों को लेकर कांग्रेस ने लोकतंत्र में जितने भी अधिकार, न्याय प्राप्त करने के लिये आम आदमी को दिये, उन सभी अधिकारों को भाजपा सरकार खत्म करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि इस कानून से स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री, मंत्री, भाजपा नेता, बडे अधिकारी सब मिलकर खूब भ्रष्टाचार करेंगे लेकिन उनके विरूद्ध यदि कोई अखबार या मीडिया में खबर छपेगी तो उस पत्रकार को जेल में डाल दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस कानून के लागू होने पर कोई व्यक्ति भ्रष्ट अधिकारियों एवं नेताओं के खिलाफ अदालत में मुकदमा दर्ज नहीं करा पायेगा।
यदि थाने में किसी बच्ची के साथ बलात्कार हो जाये तो थानाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होगा। इस तरह का कानून किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। इससे पहले हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा के बाहर पहुंचे और विधानसभा से ज्योति नगर तिराहे तक मानव श्रृंखला बनाई।
कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर, काला कानून वापिस लो की तख्तियां हाथों में लेकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान श्री पायलट के नेतृत्व में कार्यकर्ता अवरोधक तोड़कर आगे बढ़े और काला कानून वापिस लेने की मांग को लेकर राज भवन की तरफ कूच करने लगे इस पर ज्योति नगर तिराहे पर पुलिस ने श्री पायलट, विधानसभा में विपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी, पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रताप सिंह खाचरियावास सहित सैकडों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें बसों में बिठाकर बजाज नगर थाने ले जाया गया जहां पर हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हो गए।


