ग्लोबल इंडियन फिज़िशियंस ऑफ कोविड-19 कोलाबोरेटिव का लॉन्च
ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ फिज़िशियंस ऑफ इंडियन ओरिजिन (जीएपीआईओ) , द अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिज़िशियंस ऑफ इंडियन ओरिजिन

नयी दिल्ली । ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ फिज़िशियंस ऑफ इंडियन ओरिजिन (जीएपीआईओ) , द अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिज़िशियंस ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई), द ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिज़िशियंस ऑफ इंडियन ओरिजिन (बीएपीआईओ), द कनाडा इंडिया नेटवर्क सोसाईटी एवं कनैडियन एसोसिएशन ऑफ फिज़िशियंस ऑफ इंडियन हेरिटेज ने ग्लोबल इंडियन फिज़िशियंस कोविड-19 कोलाबोरेटिव के लॉन्च की घोषणा की है।
कोरोना वायरस -कोविड-19 के प्रबंधन एवं रोकथाम के लिए संभव दृष्टिकोण तक पहुंचने के लिए क्रॉस सिस्टम लर्निंग को बढ़ावा देना इसका मुख्य उद्देश्य है। इस दृष्टिकोण में टीकाकरण, नए नैदानिक जांच, वेंटीलेशन, अग्रिम चेतावनी, हालात पर निगरानी रखने के लिए एल्गोरिदम, एंटीवायरल थेरेपी, प्लाज़्मा थेरेपी और नोवल एजेंन्ट्स शामिल हैं।
अपोलो हॉस्टपिटल्स ग्रुप एवं जीएपीआईओ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ प्रताप सी रेड्डी ने ने स्वास्थ्य समुदाय को एकमंच पर आने के लिए भावनात्मक अपील की है। उन्होंने कहा “वर्तमान में हम तीसरे विश्व युद्ध से जूझ रहे हैं।ऐसा युद्ध जिसने मात्र 100 दिनों के अंदर 200 देशों और क्षेत्रों को अपनी चपेट में ले लिया है, यह 16 लाख से अधिक लोगों को सक्रंमित कर चुका है और 96 हजार से अधिक लोगों की जान ले चुका है। एक डाॅक्टर के रूप में अपने 65 सालों के करियर में मैंने ऐसे हालात कभी नहीं देखे, मुझे विश्वास है कि दुनिया कभी ऐसी नहीं रहेगी। किंतु कोविड-19 ने हमें बता दिया है कि हम सभी बाधाओं को पार कर एकजुट होकर किसी भी चुनौती को हल कर सकते हैं। इसने हमें बताया है कि हमारे पास रिकॉर्ड समय में समस्या के समाधान खोजने की अद्भुत क्षमता है।’’
एएपीआई के अध्सक्ष डॉ सुरेश रेड्डी ने कहा ‘‘मैं दुनिया भर के डॉक्टरों, नर्सों, टेकनिशियनों, पैरामेडिकल स्टाफ, सपोर्टिंग स्टाफ एवं एडमिनिस्ट्रेटरों को सलाम करता हूं जो इस लड़ाई में मोर्चे पर डटे हैं। अमेरिका में कोविड-19 के सबसे ज़्यादा मामले हुए हैं, ऐसे में दुनिया अमेरिका से सबक ले सकती है।’’


