पाकिस्तानी नागरिकों की घुसपैठ रोकने के लिए नेपाल सीमा पर लेजर फेंसिंग
जम्मू-कश्मीर और पंजाब से लगती सीमा पर घुसपैठियों के खिलाफ अभियान के चलते पाकिस्तान और चीन के नागरिकों की नेपाल के रास्ते घुसपैठ पर अंकुश लगाने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर लेजर फेंसिंग लगायी जा रही है।

नयी दिल्ली । जम्मू-कश्मीर और पंजाब से लगती सीमा पर घुसपैठियों के खिलाफ अभियान के चलते पाकिस्तान और चीन के नागरिकों की नेपाल के रास्ते घुसपैठ पर अंकुश लगाने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर लेजर फेंसिंग लगायी जा रही है।
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा ने बल के 56 वें स्थापना दिवस पर आज यहां वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 59 ‘थर्ड पार्टी’ यानी तीसरे देश के नागरिकों को नेपाल के रास्ते घुसपैठ की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया। इनमें पाकिस्तान, बंगलादेश, चीन और अमेरिका के नागरिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर पाकिस्तान के थे और अमेरिका के भी चार नागरिक थे। वर्ष 2018 में गिरफ्तार किये गये ‘थर्ड पार्टी ’ नागरिकों की संख्या केवल 28 थी जो इस वर्ष दोगुना बढकर 59 हो गयी है।
उन्होंने कहा कि भारत नेपाल सीमा से दोनों देशों के नागरिक बिना पासपोर्ट और वीजा के आवागमन कर सकते हैं लेकिन तीसरे देश के यानी ‘थर्ड पार्टी’ नागरिक वैध दस्तावेजों के बिना इस रास्ते से आवागमन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि घुसपैठ के मामलों की विश्लेषण करने से पता चला कि जम्मू कश्मीर और पंजाब सीमा पर घुसपैठ के खिलाफ अभियान के चलते पाकिस्तान और चीन के नागरिक पिछले कुछ समय से नेपाल होते हुए भारत में घुसपैठ की कोशिश करते रहते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए नेपाल सीमा पर विशेष तरह की लेजर फेंसिंग लगानी शुरू की है। शुरू में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और बहराइच सेक्टर में लगायी गयी है। इस प्रोजेक्ट की सफलता के आधार पर इसे अन्य क्षेत्रों में भी लगाया जायेगा।
एसएसबी नेपाल से लगते 1751 किलोमीटर और भूटान से लगती 699 किलोमीटर लंबी सीमा की निगरानी करती है। बल की स्थापना 1963 में की गयी थी और इसकी 73 बटालियनों में से 53 नेपाल तथा भूटान से लगती सीमाओं पर तैनात हैं। बल की कुल 719 बार्डर आउट पोस्ट (बीओपी) हैं जिनमें ऊंचाई वाले दुर्गम क्षेत्रों तथा नक्सल प्रभावित और जम्मू कश्मीर में स्थित बीओपी भी शामिल हैं।
इससे पहले श्री चंद्रा ने इस मौके पर आयोजित परेड की सलामी ली। इसमें एसएसबी के सीमान्त मुख्यालयों की नौ सुशोभित टुकड़ियों का आकर्षक मार्च पास्ट शामिल था, जिसमें विशेष अभियान के तीन विशेष दल, एक महिला टुकड़ी और श्वान दस्ते शामिल थे । उन्होंने उत्कृष्ट तथा सराहनीय योगदान देने वाले बलकर्मियों को महानिदेशक के स्वर्ण पदक और महानिदेशक के रजत पदक से सम्मानित किया। एसएसबी जवानों के साहसिक प्रदर्शन, राइफल टैटू ड्रिल और वुशु जैसे प्रदर्शनों ने आयोजन को मनोरम और भव्य बना दिया।


