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सबसे ज्यादा मुद्दों के साथ प्राधिकरण के चुनाव में उतरा पैनल

प्राधिकरण में एनईए के चुनावों को लेकर घमासान शुरू हो चुकी है,इस सरगर्मी का असर प्राधिकरण में भी दिख रहा है

सबसे ज्यादा मुद्दों के साथ प्राधिकरण के चुनाव में उतरा पैनल
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नोएडा। प्राधिकरण में एनईए के चुनावों को लेकर घमासान शुरू हो चुकी है। एक पैनल दूसरे पैनल पर आरोप प्रत्यारोप करते दिख रहे है। इस सरगर्मी का असर प्राधिकरण में भी दिख रहा है। यहा अंदर खाने वोटो की प्लानिंग की जा रही है। घोषणा पत्रों के जरिए एक-दूसरे को रिझाने की कोशिश में उम्मीदवार लगे है। मध्यांतरण होते ही यह सिलसिला युद्ध स्तर में तब्दील होता दिख जाता है। इस बीच बुधवार को राजकुमार चौधरी पैनल ने अपना घोषण पत्र जारी किया। सबसे घोषणा पत्र में 21 मुद्दों को उठाया गया है। चौधरी पहले भी एनईए के अध्यक्ष पद पर रह चुके है। फिलहाल प्राधिकरण कर्मचारी किसे अपना नेता चुनते है इसका फैसला तीन दिसम्बर को होने वाले मतदान में तय होगा।

प्रेस वार्ता के दौरान राजकुमार चौधरी ने भाटी पैनल पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि कर्मचारियों को विशेष योजना के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा नोएडा में दिए गए आवासीय भूखंडों का जल्द से जल्द कब्जा दिलवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना के तहत ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण के 68 कर्मचारियों को भूखंड आवंटित कर दिए गए थे। लेकिन उच्च न्यायालय में दी गई याचिका के बाद इस पर स्टे लगा दिया गया था। ऐसे में ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण के सीईओ से मिलकर नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारियों को आवासीय भूखंड दिलाने की मांग की जाएगी। इसके अलावा एक मी6ने के अंदर प्राधिकरण में पूर्व में उपलब्ध चिकित्सा नीति को लागू करवाया जाएगा। स्थानान्तरण नीति को समाप्त करवाया जाएगा। वहीं, अनुकम्पा के आधार पर नियुक्त कर्मचारियों एवं वर्ष 2014 में नियुक्त मस्टरोल कर्मचारियों को शीघ्र भूखंड आवटिंत करवाए जाएंगे।

प्राधिकरण की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए अन्य विभागों एवं शहरों में भेजे जाने वाले पैसे रुकवाया जाएगा। जल, विद्युत एवं सिविल विभाग में कार्यरत हेल्पर/ बेलदार के पदोन्नति कोटा को अन्य विभागों की भांति 100 प्रतिशत लागू करवाया जाएगा। इन सभी को मिलाकर कुल 21 मुद्दों का घोषणा पत्र जारी किया गया। बताते चले अब तक शेष दो पैनलों के घोषणा पत्र में इतने मुद्दों को नहीं उठाया गया। हालांकि अब तीनों ही पैनल अपने-अपने मुद्दों को कर्मचारियों तक पहुंचाने का काम कर रहे है।


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