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वेस्ट टू एनर्जी के लिए भूमिगत होगी लैंड फिल साइट

सेक्टर-123 में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की लैंड फिल साइट भूमिगत बनाई जाएगी

वेस्ट टू एनर्जी के लिए भूमिगत होगी लैंड फिल साइट
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नोएडा। सेक्टर-123 में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की लैंड फिल साइट भूमिगत बनाई जाएगी। इसके ऊपर के हिस्से को ग्रीन बेल्ट में तब्दील किया जाएगा। एनर्जी के लिए कचरे को आरडीएफ में बदला जाएगा। इस प्रथक कचरे से एनर्जी बनाई जाएगी। यह पौधे साइट को प्रदूषण रहित व बदबू मुक्त रखेंगे। इसकी पूरी तैयारी की जा चुकी है। कचरा लाने, निस्तारण व एनर्जी में तब्दील करने तक निविदा जारी हो चुकी है।

वर्तमान में शहर का कचरा निस्तारण करना प्राधिकरण के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। सामाजिक संगठन के अलावा शहर की एक तिहाई आबादी इसके विरोध में बिगुल बजा चुकी है। मंत्री से लेकर शासन स्तर पर लैंड फिल साइट के स्थान को लेकर हल्ला बोल हो चुका है। बावजूद प्राधिकरण अपने फैसले पर अडिग है।

एनजीटी के आदेशानुसार साइट सेक्टर-123 में बनेगी। इसके निर्माण व कार्य में ऐसी तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। जिससे आसपास के लोगों को बदबू व प्रदूषण मुक्त वातावरण मिल सके। बताते चले कि प्राधिकरण पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि यहा कचरे को एकत्रित नहीं किया जाएगा। यहा कचरे को एनर्जी में तब्दील किया जाएगा। लिहाजा यह प्लांट कचरे को एकत्रित करने की साइट नहीं बल्कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट होगा। यहा लैंड फिल साइट भूमि गत बनाई जाएगी।

जिसमे बड़ी मशीनों के जरिए इस कचरे को आरडीएफ में तब्दील किया जाएगा। इसे सीधे तौर पर प्लांट में लगी मशीनों के जरिए ऊर्जा पैदा की जाएगी। जिसका प्रयोग अन्य स्थानों पर किया जाएगा। सीईओ आलोक टंडन ने बताया कि लैंड फिल साइट के ऊपर ग्रीनरी की जाएगी। यहा हरे पेड़ लगाए जाएंगे।

साथ ही इसका सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। ताकि वातावरण को प्रदूषण मुक्त रखा जा सके। वर्तमान में डोर-टू डोर कचरा उठाने, कचरे का ट्रांसपोटेशन, उसका प्रथक करना और प्रथम कचरे को ऊर्जा में बदलने के लिए निविदा जारी की चुक है। जल्द ही इस प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया जाएगा।

क्या है वर्तमान स्थिति

वर्तमान में शहर का कचरा सेक्टर-67 स्थित लैंड फिल साइट पर डाला जा रहा है। सेक्टर-54 में दो मशीनों के जरिए कचरे को अलग-अलग किया जा रहा है। कचरे को सुखाने के लिए यहा विंड्रो तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा सेक्टर-137 स्थित साइट पर साफ-सफाई का काम कर इसे पार्क में तब्दील किया जा रहा है।


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