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लालू प्रसाद पर फैसला अदालत को लेना है, नीतीश को नहीं: तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने नीतीश पर धमकाने का आरोप लगाया और कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद जेल से बाहर आएंगे या नहीं, यह फैसला अदालत को करना है, नीतीश या नरेंद्र मोदी को नहीं

लालू प्रसाद पर फैसला अदालत को लेना है, नीतीश को नहीं: तेजस्वी
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पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने नीतीश पर धमकाने का आरोप लगाया और कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद जेल से बाहर आएंगे या नहीं, यह फैसला अदालत को करना है, नीतीश या नरेंद्र मोदी को नहीं।

यहां पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा, "मुख्यमंत्री भी अब प्रधानमंत्री की तरह ही धमकी दे रहे हैं। अब यह साबित हो चुका है कि लालू प्रसाद को जेल भेजने में इन लोगों की भूमिका है। नीतीश अपनी हार देखकर बौखला गए हैं।"

उन्होंने ट्वीट किया, "नीतीशजी हार की बौखलाहट में अब खुलेआम मंचों से छाती पीटकर धमकी दे रहे हैं कि लालूजी को कभी भी जेल से बाहर नहीं आने दूंगा। यानी मान रहे हैं कि उन्होंने अपने गुर्गो के साथ साजिश कर लालूजी को जेल भेजा था। नीतीश जी, आपके दोहरे चरित्र का अब पर्दाफाश हो चुका है।"

तेजस्वी ने दूसरे ट्वीट में कहा, "नीतीश जी, संविधान का जरा सा भी ज्ञान है तो पता कर लीजिए, निचली अदालत से ऊपर और भी अदालतें हैं। हम आपकी तरह जमीर और जनादेश नहीं बेचते। हम फासीवादियों से डटकर लड़ते और जीतते हैं। आप 2015 में क्यों लालूजी के पैरों में गिरे थे? क्या जेल से बचने के लिए आपने जनादेश का चीरहरण किया था?"

तेजस्वी सभी चुनावी सभाओं में कहते हैं कि उनके पिता को साजिश के तहत फंसाया गया है।

दरअसल, नीतीश ने नालंदा की एक चुनावी सभा में राजद पर निशाना साधते हुए कहा था कि लालू प्रसाद भ्रष्टाचार के आरोप में अदालत के आदेश पर जेल गए हैं, और अब लोग कहते हैं कि उन्हें फंसा दिया गया। उन्होंने कहा कि लालू अब जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद इस समय चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में हैं।


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