Top
Begin typing your search above and press return to search.

'कुशाभाऊ ठाकरे बिना भगवा के संत थे'

भाजपा के संगठन शिल्पी स्व. कुशाभाऊ ठाकरे को जयंती के मौके पर याद किया गया। सभी ने उनके खूबियांे का बखान करते हुए कार्यकर्ताओं के लिए आदर्श के साथ उन्हें बिना भगवा वाला संत बताया

कुशाभाऊ ठाकरे बिना भगवा के संत थे
X

भोपाल। भाजपा के संगठन शिल्पी स्व. कुशाभाऊ ठाकरे को जयंती के मौके पर याद किया गया। सभी ने उनके खूबियांे का बखान करते हुए कार्यकर्ताओं के लिए आदर्श के साथ उन्हें बिना भगवा वाला संत बताया। स्व. कुशाभाऊ ठाकरे के जयंती के मौके पर राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश , मध्यप्रदेश के प्रभारी मुरलीधर राव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने हिस्सा लिया।

वक्ताओं ने कहा कि ठाकरे के व्यक्तित्व में वो सभी खूबियां थीं, जो एक आदर्श कार्यकर्ता में होनी चाहिए। वे बाहर से जितने सख्त थे, अंदर से उतने ही विनम्र और मधुर स्वभाव वाले थे। उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली से मध्यप्रदेश के पार्टी संगठन और यहां के कार्यकर्ताओं को एक ब्रांड बनाया। उनके व्यवहार और कार्यप्रणाली की खुशबू सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के पार्टी संगठन में आज भी विद्यमान है। उनके गुणों को आत्मसात कर यदि उनके बताए रास्ते पर कुछ कदम भी चल सके, तो एक कार्यकर्ता के रूप में जीवन सफल हो जाएगा और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने कहा कि भारत अपनी त्याग की संस्कृति के कारण ही मृत्युंजय है, कभी खत्म नहीं होता। कई आक्रमण झेलने के बाद भी भारत आज भी खड़ा है, जबकि कई पश्चिमी सभ्यताएं धराशायी हो गईं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इसी त्याग के आधार पर प्रचारकों की भूमिका गढ़ी है। इसीलिए संघ के जो प्रचारक हैं, वो बिना भगवा के संत होते हैं। इस तरह के पहले संत डॉ. हेडगेवार थे और ठाकरे भी उसी माला के एक मोती थे।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि स्व. कुशाभाऊ ठाकरे ने राजनीतिक उतार-चढ़ाव से मुक्त रहकर पार्टी संगठन के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और इस काम के लिए जो भी करना पड़ा, उन्होंने किया। वे सबसे सफल कार्यकर्ता, सबसे सफल प्रचारक और सबसे सफल संगठन मंत्री थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय कुशाभाऊ ठाकरे एक संगठन पुरूष थे। वे कार्यकर्ताओं से कृष्ण की भांति निश्छल प्रेम करते थे। सामूहिक निर्णय लेने की प्रेरणा हमें उन्हीं से मिलती है।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि स्व. कुशाभाऊ ठाकरे ने भाजपा के विचार को प्रदेश ही नहीं पूरे देश में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भाजपा को नई दिशा ही नहीं दी, बल्कि एक कार्य पद्धति का विकास किया। जिसके आधार पर आज भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में काम कर रही है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it