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गुजरात में विधायक कुंवरजी बावलिया ने कांग्रेस का दामन छोड़ थामा भाजपा का साथ 

गुजरात में कांग्रेस के विधायक, पूर्व सांसद और बड़ी आबादी वाले कोली समुदाय के संगठन अखिल भारतीय कोली समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवरजी बावलिया ने आज पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से  इस्तीफा दिया

गुजरात में विधायक कुंवरजी बावलिया ने कांग्रेस का दामन छोड़ थामा भाजपा का साथ 
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गांधीनगर। गुजरात में कांग्रेस के विधायक, पूर्व सांसद और बड़ी आबादी वाले कोली समुदाय के संगठन अखिल भारतीय कोली समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवरजी बावलिया ने आज पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। उन्हें मंत्री पद की भी शपथ दिलाई गई।



कांग्रेस का अजेय दुर्ग कहे जाने वाले कोली बहुल जसदन (राजकोट जिले की) सीट के चार बार के विधायक के अलावा दो बार लोकसभा सांसद रह चुके बावलिया (63) ने हाल में पार्टी में वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा का मुद्दा राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष उठाया था।

आज उन्होंने अपना इस्तीफा गांधी को भेज दिया और बाद में विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी के आवासीय कार्यालय जाकर विधानसभा की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद वह यहां के निकट कोबा स्थित भाजपा के राज्य मुख्यालय कमलम आकर सत्तारूढ भाजपा में शामिल हो गये।

उन्हे भाजपा का भगवा अंगवस्त्र पहना कर पार्टी में शामिल करने वाले प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बावलिया को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला किया है। उन्हें आज ही राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलायी जायेगी।

बावलिया के भाजपा में शामिल होने के मौके पर उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल तथा ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल और शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूडासमा भी उपस्थित थे। बावलिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह देश को विकास के पथ पर आगे ले जा रहे हैं। वह इसी रास्ते पर चलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केवल जातिगत राजनीति कर रहे हैं। इससे कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है।

उधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने बावलिया के भाजपा में शामिल होने को उनके भय और लालच का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि बावलिया के खिलाफ दर्ज गंभीर मामलों को भय के लिए और मंत्री पद को लालच के लिए इस्तेमाल किया गया है।

इस बीच, कांग्रेस में और बगावत की अटकलों के बीच पार्टी के एक अन्य विधायक विक्रम माडम ने कहा कि बावलिया के जाने से उन्होंने एक अच्छा साथी गंवा दिया है। उन्होंने कहा कि यह भी कहना सही नहीं है कि उनके जाने से कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

ज्ञातव्य है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 182 में से 77 सीटें जीती थीं। समझा जाता है कि जसदन में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में बावलिया अब भाजपा के प्रत्याशी होंगे।

उधर इस तरह की भी अटकले तेज हैं कि पूर्व मंत्री तुषार चौधरी और अल्पेश ठाकोर समेत पांच और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पार्टी से नाता तोड़ कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि इन सभी को भी मंत्री पद दिया जा सकता है।


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