कुमारस्वामी बोले- भाजपा को सरकार गिराने की जल्दी क्यों
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सत्तारूढ़ दलों के 15 बागी विधायकों की गैर मौजूदगी में विधानसभा में आज विश्वास मत पेश किया

बेंगलुरु । कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सत्तारूढ़ दलों के 15 बागी विधायकों की गैर मौजूदगी में विधानसभा में आज विश्वास मत पेश किया।
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में कहा, 'सभी मुद्दों पर चर्चा और चुनौती के लिए तैयार हूं। बीजेपी सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई है। लोकतांत्रिक सरकार के खिलाफ ड्रामा किया जा रहा है। आयाराम-गयाराम विधायकों का सिलसिला चल रहा है। हमें कड़े कानून लाने की जरूरत है ताकि दलबदल को रोका जा सके।'
कुमारस्वामी ने सत्तारूढ गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस के 12 और जनता दल (एस) के तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में अपनी सरकार के शक्ति परीक्षण के तौर पर विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया है। बागी विधायकों के विधानसभा के इस्तीफे के कारण कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार अल्पमत में आ चुकी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री रामालिंगा रेड्डी, जिन्होंने कुमारस्वामी सरकार के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार करते हुए इस्तीफा दे दिया था, ने एलान किया कि उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है तथा विधानसभा सत्र में भाग लेकर विश्वास मत के पक्ष में वोट भी डालेंगे।
रेड्डी के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस के तीन अन्य बागी विधायकों एस टी सोमशेखर, बी बासवाराज और मुनीरत्ना ने अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया है तथा विधानसभा के सत्र में भाग नहीं लेने की भी घोषणा की है। इससे पहले तीनों विधायकों ने श्री रेड्डी को अपना नेता बताते हुए उनके साथ ही विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
यह दूसरी बार है कि कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद विधानसभा में विश्वास मत पेश किया है। दो सौ पच्चीस सदस्यीय विधानसभा में गत वर्ष मई में भारतीय जनता पार्टी के नेता बी एस येद्दियुरप्पा के इस्तीफे के बाद श्री कुमारस्वामी ने पहली बार विश्वास मत हासिल किया था।


