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राम मंदिर मसला सुलझाने दिल्ली में जुटेंगे क्षत्रिय नेता

देश के विभिन्न राजपूत (क्षत्रिय) संगठनों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मसला सुलझाने के लिए दिल्ली में 22 फरवरी को राउंड टेबल कांफ्रेंस आयोजित करने का निर्णय लिया है

राम मंदिर मसला सुलझाने दिल्ली में जुटेंगे क्षत्रिय नेता
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नई दिल्ली। देश के विभिन्न राजपूत (क्षत्रिय) संगठनों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मसला सुलझाने के लिए दिल्ली में 22 फरवरी को राउंड टेबल कांफ्रेंस आयोजित करने का निर्णय लिया है। क्षत्रिय नेताओं का कहना है कि यह क्षत्रिय समाज से जुड़ा मसला है, क्योंकि राजा राम एक क्षत्रिय थे। इन नेताओं ने दिल्ली के कांस्टीटयूशन क्लब में एक क्षत्रिय राउंड टेबल कांफ्रें स बुलाने का निश्चय किया है। यह पहली बार है, जब देश के सभी क्षेत्रिय नेता किसी मसले पर राउंड टेबल कांफ्रें स कर रहे हैं। इसमें देश के सभी राज्यों से क्षत्रिय संगठन हिस्सा लेंगे।

संयोजक कैप्टन कुंवर विक्रम सिंह ने कहा, "हम पहली बार क्षत्रिय राउंड टेबल कांफ्रें स का आयोजन कर रहे हैं। इसमें हम अपने समुदाय से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे। इसमें भगवान राजा रामचंद्र, जो एक अवतार भी हैं, के जन्मस्थान अयोध्या में उनका एक मंदिर निर्माण का विषय भी शामिल है।"

उन्होंने कहा कि यह क्षत्रियों का कर्तव्य और अधिकार है कि वे राम मंदिर का निर्माण करें, क्योंकि राम मंदिर निर्माण के लिए जो जगह अभी चिन्हित है वह जयपुर के महाराजा सवाई मान सिंह की ओर से वर्ष 1717 में दान दी गई थी। जो भी सरकार अभी तक सत्ता में आई हैं, वे इस मामले को हल करने में राजनैतिक कारणों से असफल रही हैं और केवल जनता की भावना के साथ खेलती रही हैं।

कैप्टन सिंह ने कहा कि कांफ्रेंस में राम मंदिर निर्माण के साथ ही मौजूदा सामाजिक व राजनैतिक परिदृश्य और उसमें क्षत्रियों-राजपूतों की भूमिका पर भी चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही फिल्म 'पद्मावत' रिलीज होने के बाद उत्पन्न स्थिति पर भी विमर्श किया जाएगा। क्षत्रिय समाज इस फिल्म को लेकर सही कदम नहीं उठाए जाने के बिंदु पर आक्रोशित और असहज है। गाइड लाइन पर चर्चा कर उसका मसौदा भी सरकार को सौंपा जाएगा।


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