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राजस्थान में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है कृष्ण जन्माष्टमी

 भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव आज समूचे प्रदेश में हर्षोल्लास और पारम्परिक रूप में मनाया जा रहा है

राजस्थान में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है कृष्ण जन्माष्टमी
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जयपुर। भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव आज समूचे प्रदेश में हर्षोल्लास और पारम्परिक रूप में मनाया जा रहा है। शहर के सभी मंदिरों में विशेष झाांकिया लगायी गयी है और मंदिरों को सजाया गया है।

राजधानी जयपुर में सवेरे से ही श्रीकृष्ण मंदिरों में श्रृद्धालूओं की भीड़ जुटने लगी और कृष्ण मंदिरों को आर्कषक रूप से सजाया गया। मंदिरों में श्रीकृष्ण से संबंधित झांकियां भी लगायी गयी ।

जयपुर के अराध्य गोविंद देव मंदिर में भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया और उनके लिये विशेष तौर से बनायी गयी रेशमी पोशाक धारण करायी गयी । सवेरे से ही मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गयी । शहर के अराध्य गोविंददेव के मंदिर में मध्य रात्रि 31 हवाई गर्जनाओं के साथ श्रीकृष्ण भगवान प्रगट होंगे और जन्म आरती के बाद ठाकुरजी का पंचामृत से जन्माभिषेक होगा। यह 425 लीटर दूध, 365 किलो दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा, 11 किलो शहद से तैयार होगा। मंदिर में सुबह मंगला झांकी से दर्शनार्थियों के दर्शन व्यवस्था प्रारंभ की गई है। प्रवेश के लिए जलेब चौक से व्यवस्था की गई है।

जयपुर में इसके अलावा चित्रकूट स्थित स्वामी नारायण मंदिर, अक्षरधाम में ठाकुरजी की चल मूर्ति का सुबह 8 बजे से अभिषेक शुरू हुआ जो रात मुख्य जन्म आरती से पहले रात 11 बजे तक चलेगा। जन्मोत्सव आरती रात 12 बजे होगी। मंदिर में कृष्णलीला का मंचन भी रात 9 से 12 बजे तक होगा। इसके अलावा बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाईजी मंदिर में ठाकुरजी का शृंगार कृष्ण स्वरूप खास है।

उदयपुर संभाग में नाथद्वारा में भगवान श्रीनाथजी के दर्शनों के लिये भारी भीड़ उमड गयी। भगवान के दर्शनों के लिये शहर के अलावा भारी संख्या में गुजरात के श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुयी है।

अजमेर से प्राप्त जानकारी के अनुसार तीर्थराज पुष्कर स्थित नए रंगजी के मंदिर परिसर में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहां कल श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के तहत कल लट्ठोत्सव मनाया जाएगा। सायं पांच बजे मलखम एवं भगवान की माखनचोरी लीला का मंचन कराया जाएगा तथा सोने की पालकी में भगवान दामोदर वेश में भक्तों को दर्शन देंगे।

मंदिर परिसर में पिछले एक पखवाड़े से चल रहे नंदोत्सव के तहत कल सायं दक्षिण के लट्ठोत्सव का आयोजन होगा जिसके दौरान युवाओं के बीच पच्चीस फीट ऊंचे लकड़ी के खंबे पर चढ़कर छड़ी उतारने की प्रतिस्पर्धा होगी।


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