ब्लास्टिंग से दहशत में हैं कोयलांचलवासी
कोरबा ! एसईसीएल के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। 41 गांव के भू-विस्थापित जहां नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं।

कोरबा ! एसईसीएल के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। 41 गांव के भू-विस्थापित जहां नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। वहीं दीपका व गेवरा खदान में हैवी ब्लास्टिंग किए जाने से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत है। आबादी वाला इलाका हैवी ब्लास्टिंग से दहल रहा है।
ग्रामीणों की माने तो एसईसीएल दीपका व गेवरा खदान की मनमानी के कारण स्थानीय ग्रामीणों की जान सांसत में है। खदान से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर ही आबादी वाला इलाका बसा हुआ है। इसके बावजूद एसईसीएल खदानों में हैवी ब्लास्ट कर रहा है। ग्रामीणों के अनुसार हैवी ब्लास्टिंग के कारण क्षेत्र भूकंप की तरह हिल रहा है। आज भी इसी तरह हैवी ब्लास्टिंग किया गया। जिसके कारण हरदीबाजार, मलगांव, सुआभोड़ी व अमगांव सहित अन्य गांव प्रभावित हुए। हैवी ब्लास्टिंग के कारण बारूद की गंध भी पूरे क्षेत्र में फैल रही है। अधिकांश ग्रामीणों के मकान कच्चे है। हैवी ब्लास्टिंग के चलते मकानों में दरारें पडऩे के साथ कभी भी बड़ा हादसा होने की संभावना है। इसके बाद भी इस ओर स्थानीय प्रशासन के ध्यान नहीं दिए जाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।


