कोयले की गुणवत्ता में सुधार से एनटीपीसी ने पार किया लक्ष्य
कोरबा ! शासन की स्पष्ट नीति और दिशा निर्देशों के अभाव में विद्युत परियोजनों के राखड़ बांध के लिए भूमि अधिग्रहण में अत्यधिक विलम्ब होता है।

निष्पक्ष जांच से कोयले की गुणवत्ता बढ़ी : तिवारी
एनटीपीसी के समूह महाप्रबंधक से बातचीत
कोरबा ! शासन की स्पष्ट नीति और दिशा निर्देशों के अभाव में विद्युत परियोजनों के राखड़ बांध के लिए भूमि अधिग्रहण में अत्यधिक विलम्ब होता है। इसी वजह से एनटीपीसी कोरबा का नया राखड़ बांध लंबे समय के प्रयास के बावजूद नहीं बनाया जा सका है। इसके बाद भी एनटीपीसी के लिए यह कोई चिंता का विषय नहीं है,क्योंकि उसने पुराने बांध की ऊंचाई सुरक्षित तरीके से बढ़ा ली है। सन् 2023 तक राखड़ निपटान की कोई समस्या एनटीपीसी कोरबा में नहीं होगी।
राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) कोरबा के समूह प्रबंधक प्रकाश तिवारी ने एक औपचारिक चर्चा में बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 में एनटीपीसी कोरबा ने अपने सभी लक्ष्यों को पार करने में सफलता पायी है। परिणाम स्वरूप एनटीपीसी के निर्देशक प्रचालन कौशल किशोर शर्मा ने उन्हें स्वयं इस उपलब्धि के लिए प्रशंसा पत्र भेजा है। यह उपलब्धि कोयले की गुणवत्ता में आये सुधार से हासिल हुई है। वर्तमान में तृतीय पक्ष के रूप में एक निष्पक्ष एजेंसी कोयले की गुणवत्ता निर्धारित करता है। लिहाजा एनटीपीसी को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने एसईसीएल की सुराकछार भूमिगत कोयला खदान में फ्लाई ऐश भरने से भूमिगत जल स्त्रोत अथवा पर्यावरण पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव पडऩे से इनकार करते हुए कहा कि कोयला जमीन के भीतर रहता है और उसके साथ राख सहित अन्य प्रदार्थ भी रहते हैं। कोयले से जल स्त्रोत और पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता, इसीलिए कहा जा सकता है कि फ्लाई ऐश का भी कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा। उन्होंने बताया कि खान सुरक्षा निदेशालय धनबाद इन दिनों एसईसीएल की बंद हो चुकी मानिकपुर खुली कोयला खदान का अध्ययन कर रहा है। उसकी तकनीकी रिपोर्ट आने के बाद एनटीपीसी और सीएसईबी को मानिकपुर खदान में राख भरने की अनुमति मिल सकती है।
सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की पूरी तैयारी
श्री तिवारी ने बताया कि एनटीपीसी के विद्युत संयंत्र में प्रदूषण कम करने के लिए तीन इकाईयों की ईएसपी का आधुनिकीकरण किया जा चुका है, जबकि चौथी इकाई का आधुनिकीकरण इस माह केअंत तक कर लिया जाएगा। सितम्बर माह तक संयंत्र की सभी इकाई का आधुनिकीकरण हो जाएगा। एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि कोरबा में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की तैयारी पूरी कर ली गयी है। मुख्यालय से राशि आबंटित होते ही निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। एनटीपीसी पर्यावरण की सुरक्षा, लोक जन का विकास और तर्कसंगत वाजिब लाभ के साथ विद्युत उत्पादन करता है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के युग में भी एनटीपीसी अपने कुशल तकनीक, बेहतर प्रबंधन और व्यवसायिक दृष्टि के कारण मजबूती से कार्य कर रहा है। एनटीपीसी में तत्कालिक लाभ के लिए कार्य नहीं किया जाता, बल्कि दूरदर्शिता के साथ विद्युत व्यवसाय करता है।
इससे बनेगी नई पहचान
श्री तिवारी ने बताया कि उन्होंने कैरियर के 21 साल कोरबा में गुजारे हैं और यहां की समस्याओं और आवश्यकताओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोरबा शहर के मध्य भाग में एक विशाल झील युक्त उद्यान, सर्वसुविधा सम्पन्न आडिटोरियम, स्टेडियम, पुस्तकालय और सीवरेज ट्रीटमेंट सर्वधिक आवश्यक है। इससे कोरबा की एक नयी पहचान बनेगी। हाल ही में हुए स्थानांतरण के बाद कोरबा में पदस्थ रहने के दौरान अपनी उपलब्धि पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र की अधिसंख्य आबादी से सतत् सम्पर्क और उनसे मिला विश्वास को वे अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हंै।


