लू का असर, सोमवार से नहीं लगेंगे स्कूल
कोरबा ! 17अप्रैल से जिले में संचालित समस्त 2425 शासकीय अशासकीय , सीबीएसई स्कूलों के 2 लाख से अधिक बच्चों को 44 डिग्री की आग बरसती धूप में स्कूल नहीं जाना पड़ेेगा ।

कलेक्टर का आदेश, 2425 स्कूलों के 2 लाख बच्चों को राहत
कोरबा ! 17अप्रैल से जिले में संचालित समस्त 2425 शासकीय अशासकीय , सीबीएसई स्कूलों के 2 लाख से अधिक बच्चों को 44 डिग्री की आग बरसती धूप में स्कूल नहीं जाना पड़ेेगा । तापमान में हो रही लगातार वृद्धि एवं लू से बच्चों के स्वास्थ्य पर पढऩे वाले प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी पी. दयानंद ने 17 अप्रैल से 15 जून तक समस्त स्कूलों के संचालन पर रोक लगा दी है। कलेक्टर ने सभी स्कूलों को आदेश का पालन नहीं करने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी है।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक पखवाड़े से आसमान से आग बरस रही है और जिले का पारा 43 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है । भीषण गर्मी में लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है । ऐसे में एक अप्रैल से नए शिक्षा सत्र में बच्चे स्कूल जाने मजबूर हैं। स्कूलों में नर्सरी से बारहवीं तक कक्षाएं लग रही हैं। निजी स्कूलों, व सीबीएसई स्कूलों में तो कोर्स से पिछडऩे के डर में बच्चे न चाहते हुए भी स्कूल जा रहे हैं। पिछले 3 दिनों से जिले में गर्म हवाओं के साथ लू चलने लगी है जिससे बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता अभिभावकों को सताए जा रही है। कलेक्टर पी. दयानंद ने भीषण गर्मी, एवं लू को देखते हुए शासन के आदेश एवं नियमानुसार 17अप्रैल से 15 जून तक सभी स्कूलों में नर्सरी से बारहवीं तक की कक्षाओं के संचालन पर रोक लगा दी है । इस समयावधि में स्कूल का संचालन करने वाले संस्थाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी गई है। यह आदेश जिले के 1479 प्राथमिक, 525 माध्यमिक, 161 हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल, 247 निजी एवं 23 सीबीएसई कुल 2425 स्कूलों में 17 अप्रैल से प्रभावी होगा। शासन-प्रशासन के इस पहल से करीब 2 लाख बच्चों को लाभ होगा, हॉलांकि यह छुट्टी केवल बच्चों के लिए है। शिक्षकों एवं स्टाफ को नियमित तौर पर विद्यालय आना होगा ।
अवहेलना पर करेंगे कार्रवाई
कलेक्टर पी. दयानंद ने कहा है कि तापमान में हो रही लगातार वृद्धि एवं लू से बच्चों के स्वास्थ्य पर पढऩे वाले प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए 17 अप्रैल से नर्सरी से बारहवीं तक के कक्षाओं के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। सभी स्तर के स्कूलों में यह आदेश लागू होगा। आदेश की अवहेलना करने वाले संस्थाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।


