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नरेन्द्र मोदी के कद का कोई राष्ट्रीय नेता नहीं-जोगी

कोरबा ! 2018 में होने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि यहां राष्ट्रीय चुनाव नहीं होगा इसलिए मोदी का चेहरा नहीं चलेगा।

नरेन्द्र मोदी के कद का कोई राष्ट्रीय नेता नहीं-जोगी
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कहा- मैं बेवकूफ नहीं जो कांग्रेस में वापस लौटूंगा
कोरबा ! 2018 में होने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि यहां राष्ट्रीय चुनाव नहीं होगा इसलिए मोदी का चेहरा नहीं चलेगा। हां, राष्ट्रीय स्तर पर नरेन्द्र मोदी के कद का कोई नेता नहीं है। 1 से लेकर 24 तक के पायदान में उनके मुकाबले दिल्ली में कोई नेता नहीं है। भगवान राम का 14 साल का वनवास था और हमारा भी 14 साल 2018 में पूरा होगा। मैं कोई बेवकूफ नहीं जो कांग्रेस में वापस लौटूंगा।
एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने कोरबा प्रवास पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के संस्थापक अजीत जोगी ने होटल विश्राम रिजेंसी में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने दोनों दलों को देखा और यहां एक आंचलिक पार्टी की जरूरत को हमने पूरा किया। 2018 में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे। कांग्रेस वापसी या भाजपा से टाईअप करने के सवाल पर कहा कि छ.ग. के संसाधनों व संभावनाओं को देखते हुए यहां शासन-प्रशासन चलाने के लिए एवं राज्य की भावनाओं व संस्कृति को समझते हुए सबसे अमीर धरती के गरीब लोगों का विकास संभव करने आंचलिक पार्टी बनाई और यह तो बेवकूफी होगी कि हम किसी राष्ट्रीय पार्टी में जाएंगे। रहना था तो कांग्रेस में क्या बुराई थी लेकिन दिल्ली में बैठकर बस्तर के गादीरास, सरगुजा के मैनपाट के भावनाओं का विकास नहीं हो सकता। कांग्रेस और भाजपा दोनों अपने घटते जनाधार को लेकर अफवाह फैला रहे हैं। एक सवाल पर कहा कि सभी 90 विधानसभा सीटों पर खुद चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने सरकार पर निशाना साधा कि इससे शिथिल प्रशासक कोई और नहीं हो सकता जहां नौकरशाह रूपी घोड़े शासक रूपी घुड़सवार को अपने हिसाब से दौड़ रहे हैं, कोई नियंत्रण नहीं है। पटवारी और ग्राम सेवक भी कहना नहीं मानते। आईएएस के यहां भी छापों में 100-100 करोड़ मिल रहे हैं। लोग नक्सलवाद के कारण छत्तीसगढ़ में आने से डरते हैं। झूठे वादे करके, बहकावा देकर पहले जर्सी गाय फिर 1 रूपये में चावल के नाम पर सरकार बनाई और इस बार 2100 समर्थन मूल्य व 300 रूपये बोनस की बात कह रहे हैं पर अब तक नहीं दिया। धर्मपत्नी विधायक रेणु जोगी के विषय में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल की टिप्पणी पर कहा कि मैं अपने स्तर के नेता की बात करता हूं। चर्चा के दौरान जकांछ जिलाध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल, एसडी सिंह, पवन अग्रवाल, शैलेष सिंह, मनीराम जांगड़े, हलीम शेख, आशीष गुप्ता भी उपस्थित थे।
रजक को बनाया कार्यवाहक अध्यक्ष
अजीत जोगी ने अपने समर्थक शंकर रजक के हुंकरा में संचालित गौ शाला व मंदिर तथा दुकानों को जानबूझकर तोड़ा जाना बताते हुए कहा कि वे तीन घंटे हुंकरा में शंकर रजक के साथ रहे। इस्तीफा की कोई जानकारी उन्हें नहीं है। रजक के साथ ज्यादती हुई है जबकि उसी गांव में 85 प्रतिशत मकान वैसे ही हैं। आबादी भूमि का कोई पट्टा नहीं होता। दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह का हेलीकाप्टर पास के ही गांव में उतरा था और उनके जाने के बाद सिर्फ एक ही व्यक्ति को निशाना बनाया गया। छोड़ी गई करीब 400 गायों की नि:स्वार्थ सेवा और संरक्षण कर रहे गौशाला को तोडऩे से धर्म की दुहाई देने और गौ हत्या के खिलाफ बोलने वाली भाजपा का मुखौटा बेनकाब हुआ है। यह बदले की भावना की कार्यवाही है, क्योंकि वह मेरी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता है। शंकर रजक को पार्टी के गौसेवा विभाग का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
हेलीकाप्टर क्या, कार खरीदने की हैसियत नहीं
हेलीकाप्टर खरीदकर दौरा करने के सवाल पर श्री जोगी ने कहा कि हेलीकाप्टर तो दूर एक अच्छी कार खरीदने की मेरी हैसियत नहीं है। गुंडरदेही विधायक राजेन्द्र राय 15-20 एकड़ खेत बेचकर हेलीकाप्टर खरीद सकते हैं, लेकिन मैं ऐसी सलाह उन्हें नहीं दूंगा। पहले जिंदल किराये पर हेलीकाप्टर देता था, जो उसने बेच दिया। अब कहीं हेलीकाप्टर किराये में मिलेगा तो जरूर उससे दौरा करेंगे।
सिक्का नहीं, सेवाओं का स्मृति चिन्ह
जोगी छाप सिक्का पर कहा कि सिक्का तो सिर्फ सरकार जारी कर सकती है, यह सिक्का नहीं बल्कि 1967 से 2017 तक सामाजिक सेवा के 50 वर्ष पूरे होने व 29 अप्रैल को जन्मदिन के मौके पर समर्थकों ने स्मृति चिन्ह जारी किया है। अब तक करीब 3 हजार समर्थकों ने स्वेच्छा अनुदान के रूप में 2 हजार रूपये इसे खरीदा है।


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