पार्टी का ज्ञान रामायण से नहीं, अडवानी की किताब से मिलेगा
कोरबा ! प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने संगठन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए जनप्रतिनिधियों को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय सहित अन्य का संघर्ष बताया।

प्रशिक्षण वर्ग में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने बताया पार्टी का इतिहास, दी नसीहत
कोरबा ! प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने संगठन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए जनप्रतिनिधियों को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय सहित अन्य का संघर्ष बताया। उन्होंने कहा अगर पार्टी का ज्ञान जानना है तो रामचरित्र मानस से कुछ नहीं मिलेगा, आडवाणी की मेरा देश मेरा जीवन नामक किताब को घर मेें रखो।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने यह नसीहत बुधवारी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित हो रहे दो दिवसीय संभाग स्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण शिविर का समापन करते हुए उपस्थित प्रतिनिधियों को दी। श्री कौशिक ने जनप्रतिनिधियों की क्लास लेते हुए पूछा कि पार्टी व संघ की स्थापना कब हुई थी? लेकिन सभी जनप्रतिनिधि सिर झुकाए बैठे रहे। श्री कौशिक ने इस पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि आजकल के अफसर व छुटभैय्या नेता इन नेताओं के बारे में कुछ भी बयान दे देते हैं। उनको इनके संघर्ष के बारे में जानकारी नहीं है। कौशिक ने कहा लालकृष्ण आडवाणी की पुस्तक ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ता अपने पास रखें। इसके लिए कौशिक ने कार्यकर्ताओं से हाथ भी उठवाया और कहा कि उन सभी तक पूरी किताब पहुंच जाएगी, इसके बाद मत कहिएगा कि किसी के बारे में जानकारी नहीं है।
श्री कौशिक ने पार्षद, अध्यक्ष व एल्डरमेन से कहा कि राजनीतिक कैरियर की पहली सीढ़ी पार्षद का चुनाव होता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कवर्धा में पार्षद रह चुके हैं इसलिए यह कभी मत सोचेें कि आगे नहीं बढ़ सकेंगे। पार्षदों का दायित्व है कि ज्यादा से ज्यादा अपने क्षेत्र में काम कराएं, इससे सरकार की छवि आम लोगों में बेहतर बनेगी और इसका लाभ निजी राजनीति में मिलेगा। चुने हुए जनप्रतिनिधियों को जनता और संगठन की अपेक्षाओं को पूरा करने कार्य व्यवहार में निखार लाना चाहिए। कार्य व्यवहार के माध्यम से जनाधार बढ़ेगा व चुनाव में सफलता मिलेगी। शिविर में जुड़ावन सिंह ठाकुर, रामप्रताप सिंह अध्यक्ष राज्य वन औषधि पादप बोर्ड, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, जिला भाजपा अध्यक्ष अशोक चावलानी, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष बनवारी लाल अग्रवाल, पूर्व महापौर जोगेश लांबा, संजय भावनानी, नवीन पटेल, नेता प्रतिपक्ष योगेश जैन, राजेन्द्र अग्रवाल सहित अन्य शामिल थे।
नई नीति की सफलता से तय होगी शराबबंदी
कौशिक ने शिविर स्थल पर आहूत पत्रवार्ता में कहा कि प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी का फैसला नई शराब नीति की सफलता और असफलता से तय होगा। जिन राज्यों में पूर्ण शराब बंदी है और जहां सरकार शराब बेच रही है, उन क्षेत्रों का दौरा कर प्रतिवेदन छग सरकार को सौंपा जाएगा। यहां नई शराब नीति को लेकर जनता के सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम के बाद सब कुछ तय होगा। शराब का प्रदेश में हो रहे विरोध पर कहा कि इस विरोध का महत्व नहीं है बल्कि सवाल नई नीति के सफल होने की गुंजाइश कितनी है, इसका है। शराब बंदी के पक्ष-विपक्ष पर कहा कि नई नीति से कोचिया प्रथा बंद होगी व इनकी लड़ाई से त्रस्त जनता को राहत मिलेगी। एक सवाल के जवाब में कहा कि पार्टी में शराब बंदी पर कोई वैचारिक मतभेद नहीं है। पूर्व सांसद नंद कुमार साय के बयान पर कहा कि वे भोले-भाले हैं और उसने कुछ भी बोलवा लेते हैं। श्री कौशिक ने कहा कि 2018 में भाजपा की सरकार प्रदेश में बनेगी और आने वाला समय भाजपा का है व एक स्वर्णिम भारत की तरफ हम बढ़ रहे हैं। पूरे देेश में मोदीमय माहौल है और भाजपा की विश्वसनीयता लोगों में बढ़ी है। चर्चा के दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष अशोक चावलानी, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, पूर्व महापौर सुश्री श्याम कंवर, जोगेश लांबा, नवीन पटेल भी उपस्थित थे।


