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कोहली ने शिक्षकों को विचारधारा और गुटबाजी से ऊपर उठकर काम करने की सलाह दी

गुजरात के राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने शिक्षकों को अधिकारों के लिए एकजुट होने की सलाह दी

कोहली ने शिक्षकों को विचारधारा और गुटबाजी से ऊपर उठकर काम करने की सलाह दी
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नयी दिल्ली। गुजरात के राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने शिक्षकों को अधिकारों के लिए एकजुट होने की सलाह देते हुए विचारधारा और गुटबाजी से ऊपर उठकर आपस में मिलकर काम करने, विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक माहौल बनाने और निजी शिक्षण संस्थाओं को नियंत्रित करने के वास्ते दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) को आगे आने की अपील की है।

कोहली ने आज यहाँ डूटा की स्थापना की स्वर्ण जयंती के मौके पर आयोजित समारोह का उद्घाटन करते हुए यह अपील की। वह करीब चार दशक पहले खुद डूटा के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं और उनकी ख्याति जाने-माने शिक्षक नेता के रूप में रह चुकी है।

उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में अपने पुराने दिनों और तब के शिक्षक आन्दोलन का स्मरण करते हुए कहा कि उनका डूटा से गहरा लगाव रहा है और देश में दिल्ली विश्वविद्यालय की बड़ी प्रतिष्ठा रही है और वह गुजरात के राज्यपाल होने के बाद एक चांसलर के रूप में देश में जहां जाते हैं, वहां लोग डूटा के बारे में जरूर पूछते हैं। डूटा विभिन्न विचारधाराओं के लोग रहे हैं और वे आपसी मतभेदों को भुलाकर शिक्षकों का आन्दोलन करते रहे हैं। डूटा एक गुलदस्ता की तरह रहा है जिसमे विभिन्न रंग के फूल होते हैं लेकिन आज विचारधारों और गुटों से परे होकर काम करने की जरूरत है।

राज्यपाल ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की कि दिल्ली विश्वविद्यालय में करीब चार हज़ार शिक्षक अस्थायी हैं और कई सेवानिवृत्त शिक्षकों को पेंशन नहीं मिल रही तथा उनकी पदोन्नति नहीं हो रही। इसके अलावा 28 कालेजों की संचालन समिति अभी तक गठित नहीं हुई और कई कालेजों में प्राचार्य के पद खाली हैं। इससे शिक्षकों में निराशा, आक्रोश और कुंठा का माहौल व्याप्त है। इसे दूर करने के लिए डूटा को आगे आने की जरूरत हैं।


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