कोड़ातराई एयरपोर्ट का काम फिर अधर में
राज्य शासन घरेलू विमान सेवा के तहत रायगढ़ में एयरपोर्ट शुरु करने की तैयारी में है लेकिन जिले में अब तक नए एयरपोर्ट को लेकर जमीनी तैयारी नजर नहीं आ रही

एयर स्ट्रीप के लिए जमीन नहीं मिलने पर काम अधूरा
रायगढ़ । राज्य शासन घरेलू विमान सेवा के तहत रायगढ़ में एयरपोर्ट शुरु करने की तैयारी में है लेकिन जिले में अब तक नए एयरपोर्ट को लेकर जमीनी तैयारी नजर नहीं आ रही है। प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए राज्य शासन ने 80 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है, लेकिन फिऱ भी योजना पर काम शुरु नहीं हो पाया है। आलम ये है कि शासन के पास एय़रपोर्ट के लिए अब तक पर्याप्त जमीन तक उपलब्ध नहीं हो पाई है। एयरपोर्ट अथारिटी ने तकरीबन 436 एकड़ कुल जमीन की जरुरत एयरपोर्ट के लिए बताई है लेकिन अब तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु नहीं हो पाई है। ऐसे में अब राशि स्वीकृति के बाद भी समय पर एयरपोर्ट बन पाएगा इसे लेकर संशय की स्थिति है।
राज्य शासन की घरेलू विमान सेवा शुरु करने के लिए रायगढ़ जिले के पुसौर में स्थित कोडातराई हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रुप में विकसित करने की योजना बनाई गई थी। इसके तहत पुसौर ब्लाक के कोडातराई, जकेला, औरदा और बेलपाली गांव को मिलाकर तकरीबन 229.231 हैक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना था। इसके में तकरीबन 100 एक़ड जमीन शासकीय थी जबकि बाकी की जमीनें रिहायशी। कोडातराई में 184 किसानों की 64.731 एकड़ जकेला में 132 किसानों की 86.496 एकड़ औरदा में 75 किसानो की 29.188 एकड़ व बेलपाली में 44 किसानों की 48.816 एकड़ जमीन एयरपोर्ट में प्रभावित हो रही है। इस लिहाज से तकरीबन 240 एकड जमीन ही शासन के पास है, जबकि बाकी की जमीन का अधिग्रहण जिला प्रशासन को करना है। इसके लिए छह महीने पहले ही राज्य शासन ने जमीन अधिग्रहण करने के निर्देश दिए थे लेकिन अब तक प्रक्रिया में गति नहीं आ पाई है। आलम ये है कि अब तक बमुश्किल धारा 4 का प्रकाशन हो पाया है। ऐसे में एयरपोर्ट का निर्माण को लेकर संशय की स्थिति है। जानकार बताते हैं कि जिस कछुआ गति से प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है उसे देखते हुए एयरपोर्ट का काम दो सालों के भीतर भी पूरा हो पाएगा इसे लेकर संशय की स्थिति है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि एयरपोर्ट अथारिटी ने जितनी जमीन की आवश्यकता बताई थी उतनी जमीन उपलब्ध है। एयपोर्ट निर्माण में कुछ निजी जमीनें आ रही हैं जिनके अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। अधिकारियों का ये भी कहना है कि इस संबंध में सारी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। शासन के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खोखले साबित हुए दावे
प्रदेश के हर जिले में एयरपोर्ट बनाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह रायगढ़ में भी एयरपोर्ट का सपना यहां के निवासियों को लगातार दिखाते आ रहे थे और उन्होंने हमेशा यह भी दावा किया था कि एयरपोर्ट बनने से रायगढ़ से घरेलू विमान की सेवाएं भी शुरू होगी।
लेकिन 14 साल का लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी कोड़ातराई एयर स्ट्रीप का काम एक इंच भी आगे नही बढ़ा।
इतना ही नही राज्य शासन भेजे गए 15 करोड़ की राशि भी वापस चली गई है और एयर स्ट्रीप के लिए पर्याप्त जमीन यहां के किसान देने में आना कानी कर रहे हैं। साथ ही साथ कुछ किसान तो सीधे हाईकोर्ट जाकर इसमें अडंगा लगा चुकें है। रमन सिंह ने इस मामले में न तो गंभीरता दिखाई और न ही जिले के अधिकारियों ने इस पर काम आगे बढ़ाने के लिए कोई पहल की हो।


