Top
Begin typing your search above and press return to search.

ज्ञान और विज्ञान है भारत की पहचान : योगी

ज्ञान और विज्ञान को भारत की पहचान बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राचीन धार्मिक ग्रंथ यह दर्शाते है कि यहां के वैज्ञानिकों ने जन कल्याण के लिए विज्ञान को अनुसंधान का माध्यम बनाया

ज्ञान और विज्ञान है भारत की पहचान : योगी
X

लखनऊ। ज्ञान और विज्ञान को भारत की पहचान बताते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि प्राचीन धार्मिक ग्रंथ यह दर्शाते है कि यहां के वैज्ञानिकों ने जन कल्याण के लिए विज्ञान को अनुसंधान का माध्यम बनाया।

चौथे भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेले के औपचारिक उद्घाटन के मौके पर श्री योगी ने कहा कि भारत सदियों से परंपरागत ज्ञान और विज्ञान का केन्द्र रहा है। पौराणिक ग्रंथ ऋगवेद में इसका उल्लेख मिलता है। नालंदा विश्वविद्यालय, और तक्षशिला जैसे अध्य्यन केन्द्र ज्ञान के प्रति भारत के दृष्टिकोण के परिचायक है।

उन्होने कहा कि देश में हर शुभ कार्य में तुलसी का उपयोग किया जाता है। तुलसी यहां के हर घर के आंगन की शोभा है। तुलसी धैर्य और शांति की प्रतीक मानी जाती है मगर इसका एक वैज्ञानिक पहलू भी है। तुलसी ही एकमात्र यह पौधा है जिसके सेवन मात्र से जटिल से जटिल बीमारी का निदान संभव है।

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई ​कि देश परंपरागत ज्ञान के माध्यम से विज्ञान की ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा और विश्व शांति के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों ने अपने अनुसंधान को प्राचीन काल से देश और दुनिया के कल्याण का माध्यम बनाया था।

उन्होंने कहा कि दुनिया के अंदर भारत की पहचान अपने ज्ञान विज्ञान के कारण है। उसका आदर पारंपरिक ज्ञान के कारण है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह मेला मानवता कल्याण और भारत के भविष्य को बेहतर बनाने में योगदान देगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it