किसान सभा ने किया लेज चिप्स के बहिष्कार का आव्हान
अखिल भारतीय किसान सभा ने पेप्सिको के ब्रांड लेज चिप्स के बहिष्कार की अपील की है। इसका समर्थन मजदूर संगठन सीटू ने भी किया है

नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान सभा ने पेप्सिको के ब्रांड लेज चिप्स के बहिष्कार की अपील की है। इसका समर्थन मजदूर संगठन सीटू ने भी किया है। किसान सभा ने कहा है, कि जब तक पेप्सिको गुजरात के किसानों पर थोपे गए मुकदमे वापस नहीं लेता है, तब तक यह बहिष्कार जारी रहेगा, साथ ही इसे लेकर आगे की रणनीति के लिए अन्य किसान संगठनों से चर्चा की जाएगी।
उल्लेखनीय है, कि पेप्सिको ने गुजरात के 9 किसानों के खिलाफ यह कहते हुए मुदकमा कर दिया है, कि उन्होंने कंपनी द्वारा तैयार किए गए बीजों को बिना उनकी अनुमति के उपजाया है। ये सभी छोटे किसान हैं, कंपनी ने हर किसान से 1.05 करोड़ रुपए मुआवजे के तौर पर मांगा है।
किसान सभा के नेता हन्नान मौल्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, कि पेप्सिको जिस प्लांट वेराईटीज एडं फार्मर राईट एक्ट 2001 का हवाला दे रही है, उसी की धारा 39 (1) में किसानों को अपना बीज तैयार करने, उसका उपयोग करने और आपस में एक्सचेंज करने का अधिकार दिया है।
किसान इस बीच को ब्रांडेड बीज की तरह पैक करके नहीं बेच सकता। श्री मौल्ला का कहना है, कि कंपनी ने इस पूरी प्रक्रिया के लिए प्राइवेट जासूस नियुक्त किए, जिन्होंने किसानों की जानकारी के बगैर उनके खेतों में जाकर जानकारी जमा की, यह गैर कानूनी है। उन्होंने बताया, कि इसके लिए किसान संगठनों ने सरकार के संबंधित विभाग से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
किसान संगठनों का कहना है, कि यह गलत परंपरा की शुरुआत है, आने वाले समय में पूरे देश के किसानों को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि सभी किसान अपना खुद का बीच तैयार करते हैं, यह परंपरा हजारों साल से चली आ रही है। उन्होंने सरकार से यह मांग भी की है, कि अदालती कार्रवाई में किसानों की मदद करें, साथ ही अवैध रुप से जांच करने के मामले में कंपनी पर कार्रवाई करे।


