किरोड़ी लाल मीणा भाजपा में शामिल, जाएंगे राज्यसभा
राजस्थान के विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद भाजपा ने दिसम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव की जीत का फार्मूला तलाशना शुरू कर दिया है

जयपुर। राजस्थान के विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद भाजपा ने दिसम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव की जीत का फार्मूला तलाशना शुरू कर दिया है। करीब 45 सीटों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मीणा वोटरों को साधने के लिए मीणा नेता डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को भाजपा में शामिल कर लिया है। इसके साथ ही राज्यसभा का टिकट भी थमा दिया है। किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी (राजपा) का विलय भाजपा में कर दिया है।
किरोड़ी लाल को भाजपा में शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के आला नेता रविवार को जयपुर में भाजपा के दफ्तर पहुंचे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और किरोड़ी लाल के बीच छत्तीस का आंकड़ा रहा है। यही वजह है कि वसुंधरा सरकार में मंत्री रहते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने 10 साल पहले भाजपा छोड़कर अपनी अलग पार्टी बना ली थी।
खबरों के मुताबिक, उपचुनाव में हार के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मीणा को भाजपा में लाने के लिए पहल की है। राजस्थान में करीब 45 सीटों पर एसटी कैटेगरी के लोगों का दबदबा है। इसमें से करीब 29 विधानसभा क्षेत्रों में मीणा समाज नंबर वन है। पिछली बार मोदी लहर में भी किरोड़ी लाल मीणा की राजपा 134 सीटों पर चुनाव लड़कर 4 सीटें जीती थीं। माना जा रहा था कि करीब 45 सीटों पर किरोड़ी लाल मीणा की वजह से कांग्रेस की हार हुई थी।
गौरतलब है कि राजस्थान की राजनीति में किरोड़ी लाल मीणा की घर वापसी तीसरे मोर्चे के संभावना को खत्म होने की तरह से देखा जा रहा है। किरोड़ी लाल 5 बार विधायक रहे हैं और दो बार सांसद रहे। ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी माने जाते हैं। किरोड़ी लाल के भाजपा में जाने से कांग्रेस की राजनीति भी प्रभावित होगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट गुर्जर हैं। राजस्थान में गुर्जर और मीणा परंपरागत रूप से एक दूसरे के विरोधी माने जाते हैं।


