मुआवजे पर मतभेदों के बीच केरल में बाढ़ प्रभावित जिलों के दौरे पर किरेन रिजिजू
केंद्र सरकार द्वारा आवंटित मुआवजे पर मतभेदों के बीच बाढ़ प्रभावित जिलों के दौरे के लिए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के नेतृत्व में एक टीम आज केरल पहुंची

कोच्चि। केंद्र सरकार द्वारा आवंटित मुआवजे पर मतभेदों के बीच बाढ़ प्रभावित जिलों के दौरे के लिए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू के नेतृत्व में एक टीम आज केरल पहुंची। यहां पहुंचने के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और उनकी टीम ने हवाईअड्डे से एक हेलीकॉप्टर लिया और बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जिले अलाप्पुझा के लिए रवाना हो गए।
Our Central team along with Kerala State team is on the way by boats to visit Alappuzha, Komalapuram, Zero Jetty Gruel Centre, Kuppapuram flood relief camps to meet to people. pic.twitter.com/ucqNDPdxEh
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) July 21, 2018
एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात दिल्ली लौटने से पहले वे कोट्टायम का भी दौरा करेंगे।
रिजीजू ने मीडिया को यहां बताया कि मुआवजे का पैकेज दिशानिर्देशों पर आधारित होगा। उन्होंने कहा,"जब कोई आपदा होती है तो केंद्र और राज्य संयुक्त रूप से काम करते हैं और दोनों अपने संसाधनों का इस्तेमाल करते हैं। हमने पहले ही शुक्रवार को 80 करोड़ रुपये को मंजूरी दे दी है।"
On the direction of PM @narendramodi ji Union Govt will do everything to help the victims. We are visiting many locations in Kerala to have first hand assessment of the damages caused by the unprecedented rains. https://t.co/sjLEiiNkEw
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) July 21, 2018
I'm on board Air Force Chopper with @alphonstourism and Agriculture Minister of Kerala Shri Sunil Kumar and MHA officials to assess floods in Kerala. pic.twitter.com/CfVHIy5PsT
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) July 21, 2018
भारी बारिश के कारण दो सप्ताह में राज्य के अधिकांश हिस्सों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। सर्वाधिक प्रभावित जिलों में इडुक्की, एर्नाकुलम, कोझिकोड, त्रिशूर, वायनाड, पलक्कड़ और कन्नूर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में 10,000 से ज्यादा लोग रखे गए हैं।
बारिश में मृतकों की संख्या 20 तक पहुंच गई और राज्य के कृषि मंत्री वी.एस. सुनील कुमार के अनुसार, कुल नुकसान 900 करोड़ रुपये से अधिक हुआ है।
सुनील कुमार ने आज कहा, "लगभग 22,000 हेक्टेयर कृषि उपज नष्ट हो गई है। सबसे बड़ी कमी मुआवजे की दर है, जो पुराने मानदंड पर निर्धारित है और अपर्याप्त हैं।"
उन्होंने कहा कि करीब 220 करोड़ रुपये की फसल का नुकसान हुआ है। सुनील कुमार ने कहा कि हम केंद्र को पुराने मुआवजा दरों में वृद्धि करने की फौरी जरूरत से फिर वाकिफ कराएंगे।
मुआवजे में कमी को स्पष्ट करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि एक घर के लिए उपलब्ध कराई गई 95,000 रुपये की मुआवजा राशि पूरी तरह नष्ट हो गई।
उन्होंने कहा, "हमने इसे बढ़ाने की मांग की है क्योंकि इसे चार लाख रुपये किए जाने की जरूरत है।"


