रक्तदान के लिए जागरूक करने के लिए भ्रमण पर निकले है किरण कुमार
महज सात वर्ष की आयु में मां की कैंसर से हुई मौत के बाद संघर्ष से जनसेवा के लिए प्रेरित दिल्ली के किरण कुमार वर्मा लोगो को रक्तदान के लिए जागरूक करने के लिए भ्रमण पर निकले है।

रायपुर। महज सात वर्ष की आयु में मां की कैंसर से हुई मौत के बाद संघर्ष से जनसेवा के लिए प्रेरित दिल्ली के किरण कुमार वर्मा लोगो को है।
एक निजी विश्वविद्यालय की नौकरी छोड़कर रक्तदान के प्रति लोगों मे जागरुकता पैदा करने के लिए वर्मा ने गत 26 जनवरी को श्रीनगर के लाल चौक से अपनी भ्रमण यात्रा शुरू की थी और अब तक जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, दमन, दादरा नगर हवेली, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश की यात्रा पूरी कर चुके है।
इस भ्रमण के दौरान छत्तीसगढ़ पहुंचे किरण कुमार ने बताया कि वह ओडिशा से पश्चिम बंगाल होते हुए उत्तर पूर्व के राज्यों में जायेंगे और अपनी यात्रा का समापन विश्व रक्तदान दिवस 14 जून को नई दिल्ली में करेंगे।उन्होने बताया कि वह लगभग आठ हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके है।इसमें लगभग तीन हजार किलोमाटर पद यात्रा भी की है।उन्होने बताया कि वह भूटान एवं नेपाल की भी यात्रा करेंगे।
उन्होने बताया कि वह अब तक कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, मॉल, रेस्तरां, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि जैसी जगहों पर लोगों से मिलकर उऩ्हे रक्तदान के लिए जागरूक करने का प्रयास कर रहे है।उन्होने कहा कि लोग उनकी बातों को सुन रहे है,और रक्तदान करने का विश्वास भी दिला रहे है।नाको के एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उन्होने कहा कि रक्त की कमी के कारण हर दिन भारत में 12 हजार से ज्यादा लोगो की मौत हो जाती है।
वर्मा ने कहा कि हमारा लक्ष्य कम से कम 10 लोगों को हर किलोमीटर पर प्रोत्साहित करना है ताकि वे अपने जीवन में कम से कम एक बार तो रक्त दान कर सकें।उन्होने कहा कि सिम्पली ब्लड ऐप बनाया गया है,पिछले एक साल में 11 देशों में इस ऐप ने 2,000 से ज्यादा संभावित जीवन बचाए हैं।


