किंगफिशर पर 'बकाया बढ़ने देने’ मामले की जांच
दिवालिया हो चुकी विमान सेवा कंपनी किंगफिशर पर ‘बकाया बढ़ने देने’ की जिम्मेदारी तय करने तथा पूरे मामले की जांच के लिए सरकार ने एक समिति बनायी है
नयी दिल्ली। दिवालिया हो चुकी विमान सेवा कंपनी किंगफिशर पर ‘बकाया बढ़ने देने’ की जिम्मेदारी तय करने तथा पूरे मामले की जांच के लिए सरकार ने एक समिति बनायी है। सरकार ने परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति पर संसद की स्थायी समिति को बताया कि इस मामले की जांच के लिये भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) में एक आंतरिक समिति का गठन किया गया है जिसकी अध्यक्षता एक वरिष्ठ अधिकारी को सौंपी गयी है।
समिति यह जाँच करेगी कि किंगफिशर के पास बकाया बढ़ने देने के लिए कौन से अधिकारी जिम्मेदार हैं। साथ ही समिति तंत्र को मजबूत बनाने और प्रक्रिया में सुधार के लिए सुझाव भी देगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनायें दुहराई न/न जा सकें।
समिति को दी गयी जानकारी के अनुसार, प्राधिकरण के सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों और हवाई अड्डों को निर्देश दिये गये हैं कि वे भविष्य में इस तरह के मामले की पुनरावृत्ति रोकने के उपाय करें।
आंतरिक समिति की रिपोर्ट आने के बाद सरकार ने इस मामले में आगे कार्रवाई करने का समिति को आश्वासन भी दिया है। संसदीय समिति ने सरकार से कहा है कि वह चाहती है कि “आंतरिक समिति की जाँच में दोषी पाये गये जवाबदेह अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो।”


