किम जोंग उन ने रखा दक्षिण कोरिया की धरती पर कदम
कोरियाई युद्ध के बाद शुक्रवार को सैन्य सीमा रेखा पार कर दक्षिण कोरिया की धरती पर कदम रखने वाले किम जोंग उन उत्तर कोरिया के पहले नेता बन गए हैं

गोयांग। कोरियाई युद्ध के बाद शुक्रवार को सैन्य सीमा रेखा पार कर दक्षिण कोरिया की धरती पर कदम रखने वाले किम जोंग उन उत्तर कोरिया के पहले नेता बन गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बीच औपचारिक वार्ता सीमावर्ती गांव पनमुनजोम में शुरू हो गई है।
Panmunjom: Inside visuals of the meeting between North & South Korean leaders for summit talks on the North's nuclear weapons. #SouthKorea pic.twitter.com/cz9r1t7Oyt
— ANI (@ANI) April 27, 2018
इससे पहले कोरियाई देशों के सीमावर्ती गांव पनमुनजोम में मून और किम जोंग ने गर्मजोशी से एक-दूसरे से हाथ मिलाए। दोनों नेताओं को एक सार्थक बातचीत और एक संभावित शांति संधि होने की उम्मीद है।
North Korean leader #KimJongUn crossed the southern side of the demilitarised zone to hold talks and meet South Korean President #MoonJae-In for the first time since the end of 1950-53 #KoreanWar
— ANI Digital (@ani_digital) April 27, 2018
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बीबीसी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर वार्ता होने की उम्मीद है लेकिन कई विश्लेषक किम जोंग उन के परमाणु कार्यक्रमों को छोड़ने के उनके संकेतों पर अभी भी संदेह जता रहे हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, किम जोंग उन का दक्षिण कोरिया पहुंचने पर स्वागत किया गया।
WATCH: North Korean leader Kim Jong Un, crosses the southern border to meet rival Moon Jae-in for the summit on nuke crisis in Panmunjom. #SouthKorea pic.twitter.com/hq58iYQcUz
— ANI (@ANI) April 27, 2018
दोनों नेताओं के बीच कोरियाई देशों को विभाजित करने वाले सीमा पर बने पनमुनजोम गांव में पीस हाउस की दूसरी मंजिल पर बने कॉंफ्रेंस रूम में हो रही है।
इससे पहले सैन्य सीमा रेखा (एमडीएल) पर किम और मून मुस्कुराए और हाथ मिलाया। 1950-1953 का कोरियाई युद्ध समाप्त होने के बाद एमडीएल बनाई गई थी।
सीमा पर हाथ मिलाने के बाद किम जोंग दक्षिण कोरियाई सीमा में चेल गए लेकिन उन्होंने मून जे को उत्तर कोरियाई सीमा की तरफ भी थोड़ी देर आने के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद मून और किम जोंग उत्तर कोरियाई सीमा में कुछ देर के लिए गए और फिर दक्षिण कोरिया सीमा में पीस हाउस की ओर चले गए।
गौरतलब है कि पिछले दो अंतर कोरियाई सम्मेलन प्योंगयांग में 2000 और 2007 में हुए थे।
किम ने सुबह मून से बात करते हुए कहा था, "यह नया इतिहास लिखने और शांति एवं समृद्धि लाने का समय है।"
वार्ता शुरू करने से पहले किम जोंग ने गेस्बुक में लिखा, "अब एक नया इतिहास शुरू होता है। इतिहास के इस शुरुआती बिंदु पर शांति के युग की शुरुआत।"
किम जोंग ने मून से यह भी कहा कि उन्हें इस वार्ता से अच्छे नतीजों की उम्मीद है। इसके जवाब में मून ने कहा कि वे लगातार वार्ता करते रहेंगे और एक बेहतर समझौते पर सहमति बनाएंगे, जो समग्र कोरियाई लोगों के लिए एक तोहफा होगा, जो शांति चाहते हैं।


